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Rajasthan Election BJP candidates Third list: बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा के आगामी आम चुनावों के लिए 58 नामों के साथ उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी. तीसरी लिस्ट को मिलाकर बीजेपी ने राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से 182 सीटों पर अपने उम्मीदवारों उतार दिए हैं. पहली लिस्ट में 41 और दूसरी लिस्ट में 83 कैंडिडेट्स का ऐलान किया गया था. अब समझते हैं कि तीसरी लिस्ट के जरिए बीजेपी ने क्या साधने की कोशिश की है?
बीजेपी ने जयपुर के हवामहल से बाल मुकंद आचार्य, अलवर के रामगढ़ से जय आहूजा, भरतपुर के नदबई से नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह, अलवर के बहरोड़ से पूर्व मंत्री जसवंत सिंह यादव, जयपुर के विराटनगर विधानसभा सीट से कुलदीप धनखड़ को मैदान में उतारा है.
बीजेपी की इस लिस्ट में 7 महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं
कोलायत- पूनम कंवर भाटी
सादुलपुर- सुमित्रा पूनिया
कामां- नौक्षम चौधरी
भोपालगढ़- कंसा मेघवाल
केशवरायपाटन- चंद्रकांता मेघवाल
लाडपुरा- कल्पना देवी
बारां-अटरू- सारिका चौधरी
भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तीसरी लिस्ट में दो हाई प्रोफाइल सीटों पर भी अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. सबसे हॉट सीट जोधपुर की सरदापुरा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने महेंद्र सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा है. वहीं टोंक से सचिन पायलट के सामने पूर्व विधायक अजीत सिंह मेहता को मैदान में उतारा है.
बीजेपी की तीसरी सूची में दल बदलकर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं को भी तरजीह दी गई है. इसमें बुधवार को ही कांग्रेस और आरएलपी से इस्तीफा देकर बीजेपी में आए तीन नेताओं के नाम शामिल हैं.
बीजेपी ने कांग्रेस से बीजेपी में शामिल सचिन पायलट के दो समर्थकों सुभाष मील को खंडेला से और दर्शन सिंह गुर्जर को करौली से टिकट दिया है. इसी तरह राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए उदयलाल डांगी को वल्लभनगर से टिकट दिया गया है.
बीजेपी ने तीसरी लिस्ट में 8 मौजूदा विधायकों पर एक बार फिर भरोसा जताया है. इनमें केशवरायपाटन से चंद्रकांता मेघवाल, रामगंजमंडी से मदन दिलावर, सूरतगढ़ से राम प्रताप कासनिया, फलौदी से पब्बाराम बिश्नोई के नाम शामिल हैं.
बीजेपी की तीसरी सूची में डीडवाना सीट से जीतेंद्र सिंह जोधा को उम्मीदवार बनाया गया है. यहां से यूनूस खान का टिकट कटा है. यूनूस खान वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते हैं. बता दें कि यूनूस खान इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं. वसुंधरा सरकार में यूनूस खान ने PWD मंत्रालय भी संभाला था. हालांकि, इस बार पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि यूनूस खान का टिकट कट सकता है.
वहीं शाहपुरा सीट से कैलाश मेघवाल का टिकट कटा है. उनकी जगह पार्टी ने नए चेहरे लालाराम बैरवा को मैदान में उतारा है.
बता दें कि कैलाश मेघवाल ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को "भ्रष्ट नंबर एक" करार दिया था. वहीं सितंबर में उन्हें पार्टी से भी निलंबित कर दिया गया है.
कैलाश चंद्र मेघवाल राजस्थान के बड़े दलित नेता माने जाते हैं. छह दशकों के राजनीतिक करियर में वे केंद्रीय राज्य मंत्री, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, तीन बार लोकसभा सांसद और छह बार विधायक रह चुके हैं. साल 2018 के चुनाव में कैलाश मेघवाल ने शाहपुरा सीट से सबसे बड़ी जीत हासिल की थी.
बीजेपी ने हिंदू कार्ड खेलते हुए हवामहल से बालमुकुंद आचार्य को अपना उम्मीदवार बनाया है. दरअसल, इस सीट पर ब्राह्मण उम्मीदवारों को सफलता मिलती आई है. इस सीट पर 1980 से 2003 तक लगातार बीजेपी का कब्जा रहा है. लेकिन, 2008 और 2018 में कांग्रेस ने यहां जीत हासिल की है. पिछले चुनाव में महेश जोशी यहां से विधायक चुने गए थे.
बीजेपी ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार का ऐलान तो कर दिया है. लेकिन कांग्रेस में फिलहाल मंथन जारी है. अब देखना होगा कि पार्टी एक बार फिर महेश जोशी पर दांव लगाती है या फिर किसी नए चेहरे को तरजीह देती है.
बीजेपी ने इस बार नदबई सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह को टिकट दिया है. बता दें कि जगत सिंह कामां और लक्ष्मणगढ़ से विधायक रह चुके हैं.
2018 में यहां से बीजेपी की कष्णेंद्र कौर दीपा ने चुनाव लड़ा था. उन्हें तब बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे जोगिंदर सिंह अवाना ने 4 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. ऐसे में इस बार भी इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है.
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