Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019PM मोदी से वाराणसी के लोगों की पुकार, अब तो गंगा की सुध लें

PM मोदी से वाराणसी के लोगों की पुकार, अब तो गंगा की सुध लें

वाराणसी में गंगा का जलस्तर अब तक के इतिहास में सबसे निचले स्तर पर है

विक्रांत दुबे
वीडियो
Published:
वाराणसी में गंगा में कम हो रहा है पानी
i
वाराणसी में गंगा में कम हो रहा है पानी
(फोटो: screengrab)

advertisement

ये गंगा है. काशी के घाटों के किनारे की तस्वीर. बड़े-बड़े वादों और हकीकत की कड़वी तस्वीर.

मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के बाद भी गंगा तक कोई भी योजना नहीं पहुंच सकी. गंगा सफाई के लिए विशेष मंत्रालय तक बनाया गया, लेकिन वाराणसी में गंगा का जलस्तर अब तक के इतिहास में सबसे निचले स्तर पर है.

नेताओं से लेकर उद्योगपतियों ने घाटों पर बड़े-बड़े कार्यक्रम किए. सफाई को लेकर कई योजनाओं का ऐलान हुआ, लेकिन गंगा राजनीति के जाल में फंस गई.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद कहते हैं:

गंगा का एक बूंद जल भी गंगा नदी में नहीं है. सारा पानी ऊपर रोक लिया गया है. सिर्फ सीवर का पानी साफ किया जा रहा है.

फ्रांस के राष्ट्रपति के दौरे के समय गंगा में पानी छोड़ा गया था. लेकिन अब गंगा सूख रही है. गंगा में पानी छोड़ने के लिए डीएम ने चिट्ठी लिखी है.

गंगा में स्नान से लेकर बोटिंग तक होती है. इसे देखते हुए हमने सरकार से ज्यादा पानी छोड़ने की मांग की है. कानपुर या हरिद्वार से पानी छोड़ा जा सकता है.
योगेश्वर राम मिश्रा, डीएम, वाराणसी

तीन दशक से भी पहले गंगा सफाई अभियान की शुरुआत हुई थी. लेकिन गंगा का प्रदूषण कम नहीं हुआ. अविरल और निर्मल गंगा की बात सिर्फ बयानों में है. गंगा में प्रदूषण कम नहीं हुआ, बल्कि बढ़ा है. गंगा का वजूद खतरे में है.

1986 में तीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए. तीन दशक पहले 200 एमएलडी सीवेज का गंगा में डिस्चार्ज था. आज 350 एमएलडी सीवेज का डिस्चार्ज है.
डॉ बीडी त्रिपाठी, चेयरमैन, महामना मालवीय गंगा शोध केंद्र, बीएचयू

तूफानी अंदाज में की गई गंगा सफाई की सरकारी योजनाएं कहीं हवा तो नहीं हो गईं?

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT