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नमामि गंगे प्रोजेक्ट फेल? आंकड़ों की जुबानी गंगा सफाई की कहानी

नमामि गंगे प्रोजेक्ट जुलाई 2014 में शुरू किया गया था.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों के दिलों में बस रहे एक अहम मुद्दे को छेड़ा जब उन्होंने कहा कि वो गंगा को फिर से जीवित करेंगे. 2014 में लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने कहा था कि ‘ये मेरा सौभाग्य है कि मैं मां गंगा की सेवा करूं.’

प्रधानमंत्री ने नमामी गंगे प्रोजेक्ट को लॉन्च किया और 20,000 करोड़ रुपये का बजट दिया. लक्ष्य 5 साल का रखा गया लेकिन मिनिस्ट्री ऑफ वॉटर रिसोर्सेज के डेटा की मानें तो नमामि गंगे प्रोजेक्ट में काफी धीमी गति से काम हुआ है. तो चलिए हम आपको नमामि गंगे प्रोजेक्ट की हालत और अब तक क्या क्या हुआ है इसके बारे में जानकारी देते हैं.

20 हजार करोड़ में से सिर्फ कुछ लाख रुपये ही खर्च किए जा सके हैं.

रिपोर्टर- ऐश्वर्या अय्यर

एडिटर- पुनीत भाटिया

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