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उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) में आरोपी और 5 लाख के इनामी गुलाम हसन के मकान को पीडीए ने बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया है. पीडीए के मुताबिक गुल हसन ने राजकीय स्थान की जमीन पर करीब 400 वर्ग गज एरिया में अवैध निर्माण किया था. जिसकी वजह से उसे राजकीय स्थान के अधिकारियों की तरफ से जमीन खाली करने की पहले नोटिस दी जा चुकी थी. आरोप है कि इसके बावजूद उसने खुद निर्माण नहीं गिराया.
SDM सदर ने राजकीय स्थान की भूमि पर अवैध कब्जे किये जाने की रिपोर्ट के जरिये पीडीए को जमीन खाली कराने का आदेश दिया था. पीडीए के मुताबिक गुलाम को जनवरी में जमीन खाली करने की नोटिस दी गई थी. जमीन पर अवैध निर्माण को नहीं खाली करने पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही भी किये जाने की बात कही गयी थी, फिर भी काफी समय दिए जाने के बावजूद गुलाम ने जमीन नहीं खाली की.
इतना ही नहीं कथित तौर पर उस जगह पर मकान के अलावा बाहर की तरफ दुकानें भी बनाई गई हैं जो अवैध निर्माण है.
पीडीए ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में मिले सीसीटीवी फुटेज में ऐसा दिख रहा है कि टोपी पहने पहले से घात लगाकर छिपा शूटर कोई और नहीं गुलाम हसन ही था. मीडिया से बातचीत करते हुए गुलाम के भाई ने भी बताया कि टोपी लगाया हुआ शख्स उसका भाई गुलाम ही है.
राहिल को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, जिसे 9 दिनों बाद पुलिस ने छोड़ दिया है. राहिल ने कहा है कि उसके भाई ने आज अपने कर्म से बूढ़ी मां को घर से बेघर कर दिया है. अब उस गुलाम से हमारा कोई वास्ता नहीं है.
आरोपी गुलाम की मां खुशनुमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे बेटे ने बहुत गलत किया, उसे जो सजा देनी है दे दो. अगर पुलिस उसका एनकाउंटर करती भी है तो मैं उसकी लाश नहीं लूंगी. अगर वो देखने लायक होता तो हमें ऐसे बीच बाजार में खड़ा नहीं होना पड़ता.. उसके साथ जो करना है करो, हम उसकी शक्ल नहीं देखेंगे.
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