भारत के ड्रग रेग्युलेटर ने रविवार को दो COVID-19 वैक्सीन - Covishield और Covaxin - के देश में सीमित इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी. लोगों को इन दोनों वैक्सीन की दो-दो खुराकें लेनी होंगी.
Covishield की बात करें तो पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने इसके लिए ग्लोबल फार्मा कंपनी AstraZeneca और Oxford यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की है. वहीं भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से अपनी वैक्सीन Covaxin को विकसित किया है.
कितनी होगी वैक्सीन की कीमत?
हाल ही में इंडिया टुडे के साथ बातचीत में SII के CEO अदार पूनावाला ने बताया था कि Covishield की दो कीमतें तय की गई हैं- एक भारत सरकार के लिए और दूसरी प्राइवेट सेक्टर के लिए. उन्होंने बताया, ''भारत सरकार के लिए कीमत 3 डॉलर प्रति डोज, यानी 6 डॉलर (करीब 440 रुपये) प्रति व्यक्ति होगी लेकिन प्राइवेट सेक्टर के लिए यह करीब 700-800 रुपये के करीब होगी.''
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, Covaxin की कीमत को लेकर भारत बायोटेक के MD कृष्णा एल्ला ने पिछले दिनों एक कॉन्फ्रेंस में कहा था कि ये पानी की बोतल से भी सस्ती होगी. कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि Covaxin की कीमत 100 रुपये से भी कम हो सकती है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा था कि भारत में COVID-19 टीकाकरण के पहले फेज में सबसे ज्यादा प्राथमिकता वाले 1 करोड़ हेल्थकेयर और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को फ्री में वैक्सीन मुहैया कराई जाएगी. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि इसके आगे प्राथमिकता वाले 27 करोड़ लाभार्थियों का टीकाकरण कैसे किया जाएगा, उसकी डीटेल्स तय की जा रही हैं.
कितनी खुराकें उपलब्ध?
SII ने Covishield की करीब 50 मिलियन खुराकों को स्टॉक कर लिया है और अगले साल मार्च तक हर महीने 100 मिलियन खुराकों का उत्पादन करने का टारगेट रखा है.
बात Covaxin की करें तो हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, भारतीय बाजार के लिए इस वैक्सीन की 10 मिलियन खुराकें पहले ही बना ली गई हैं.
अमेरिका स्थित ड्यूक यूनिवर्सिटी ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन सेंटर के मुताबिक, भारत पहले ही कई सप्लायर्स से 1.6 बिलियन खुराकें रिजर्व कर चुका है.
इसमें भारत ने Covishield की 500 मिलियन खुराकें और रूस की स्पूतनिक V वैक्सीन की 100 मिलियन खुराकें रिजर्व की हैं. इसके अलावा उसने Novavax से भी 1 बिलियन खुराकों के लिए डील की है.
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