चुनावी वादे, राजनीति से प्रेरित IT छापों के आरोप और एक-दूसरे पर जमकर जुबानी हमला- आगामी विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly election) के पहले यूपी की राजनीति ने कुछ यूं मनाई पहली जनवरी. नजर डालते हैं 1 जनवरी को किन खबरों से रही यूपी की राजनीति सरगर्म.
अखिलेश यादव का 300 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा
एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज नव वर्ष पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि प्रदेश में एसपी की सरकार बनने पर घरेलू उपभोक्तओं को 300 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी. इसके साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दी जाएगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि जब 2022 में हम लोग सरकार बना लेंगे तो घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट फ्री में बिजली दी जाएगी और हमारे किसानों की पूरी सिंचाई पहले की तरह मुफ्त होगी.
“ 2022 में हमारा पहला संकल्प यही है. सभी जानते हैं कि समाजवादी पार्टी की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है. बीजेपी केवल झूठ बोलती है, जबकि एसपी जो कहती है उसे करती है."
अखिलेश यादव के मुफ्त बिजली के वादे पर सीएम योगी का तंज
अखिलेश यादव के 300 यूनिट मुफ्त बिजली के वादे पर सीएम योगी ने रामपुर में निशाना साधा है. सीएम योगी ने रामपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ देर पहले मैं पढ़ रहा था, बबुआ आज कुछ बोल रहे थे. वो सरकार आने पर मुफ्त में बिजली देनी की बात कर रहे थे.
“अरे जब आप बिजली ही नहीं देते थे तो मुफ्त में बिजली कहां से दोगे? उल्टा जनता से जो वसूली करते थे, उसके लिए माफी मांग लो.”
सीएम योगी ने यह भी दावा किया कि यूपी में अब बिना भेदभाव के गरीब-अमीर, दोनों के घरों में बिजली जलती दिखाई दे रही है.
इनकम टैक्स छापे को अखिलेश ने बताया डिजिटल इंडिया की गड़बड़ी
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नए साल के मौके पर यूपी की जनता से सिर्फ फ्री बिजली का ही चुनावी दावा नहीं किया बल्कि इस दौरान उन्होंने उन्होंने समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं के ठिकानों पर हाल ही में हुए इनकम टैक्स के छापे को लेकर सरकार पर निशाना साधा.
लखनऊ में अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें एसपी के कारोबारी पर छापेमारी करनी थी पर अपने ही कारोबारी पर मार दिया. ये डिजिटल इंडिया की गड़बड़ी है.
जम्मू कश्मीर हादसा: मायावती ने बताया सरकार को दोषी
BSP सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के दौरान हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग बुरी तरह घायल हो गए. मीडिया के माध्यम से अब तक जो तथ्य सामने आ रहे हैं, उसमें सरकार की ज्यादा लापरवाही नजर आ रही है. सरकार इस पर गंभीरता से चिंतन करें.
मायावती का बिना नाम लिए अमित शाह को जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज बीजेपी नेताओं पर बिना नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि सरकारी खजाने में पैसा उन्हें ठंड के मौसम में भी गर्म रखता है. उनकी प्रतिक्रिया केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मायावती की ओर इशारा करते हुए -बहनजी अभी तक ठंड से बाहर नहीं आई हैं- कहने के दो दिन बाद आई है.
मुरादाबाद, अलीगढ़ और उन्नाव में जन विश्वास यात्रा के दौरान अमित शाह ने कहा था, "चुनाव नजदीक हैं और वह प्रचार के लिए बाहर नहीं आई हैं. ऐसा लगता है कि बहनजी पहले से ही डरी हुईं हैं"
इसपर मायावती ने आज लखनऊ में कहा कि “बीजेपी, कांग्रेस आदि पार्टियां पूरे देश में जब लोकसभा का चुनाव होता है तो उस दौरान सरकारी खर्चे से खूब चुनावी संभाएं करती हैं.
“इतना ही नहीं इन्हे ठंड में जो गर्मी चढ़ी हुई है ये सरकार के गरीबों के खजाने की ही गर्मी इन्हें चढ़ी हुई है.”मायावती
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