मिलिंद सोमन की नई किताब 'मेड इन इंडिया' के कुछ हिस्से मंगलवार को ट्विटर पर वायरल होते नजर आए. उन्होंने अपने बचपन के दिनों में RSS के साथ जुड़े होने के बारे में लिखा है. इस वजह से वो सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं. किताब में सोमन ने खुलासा किया कि उन्होंने RSS से जुड़ने के बाद तैरना शुरू किया था.
RSS के सदस्य होने के अपने अनुभव और RSS के बारे में अपने विचारों को बताते हुए सोमन लिखते हैं-
“आजकल जो मैं सांप्रदायिक प्रोपोगैंडा को पढ़ता हूं, जो कि मीडिया बताती है कि इसके लिए RSS जिम्मेदार है, तो मैं हैरान रह जाता हूं. शाखा में शाम 6 बजे से लेकर 7 बजे तक, जो कुछ भी हुआ करता था, मेरी वो यादें अलग हैं- हम खाखी शॉर्ट्स में मार्च करते थे, योगा करते थे, बिना किसी फैंसी इक्विपमेंट के बाहर जिम करते थे, गाने गाते थे और संस्कृत में चैंट करते थे और हम खेल खेलना और दोस्तों के साथ मस्ती करने का मतलब नहीं जानते थे.”मिलिंद सोमन
सोमन RSS को "देसी स्काउट्स मूवमेंट" बताते हुए याद करते हैं कि वो संगठन के हिस्से के रूप में बाकी बच्चों के साथ मुंबई के ऑउटस्कर्ट्स में ट्रेकिंग और रात भर कैंपिंग ट्रिप पर जाया करते थे. किताब में, मिलिंद अपने पिता के RSS का हिस्सा होने की भी बात करते हैं. वे लिखते हैं-
"मेरे पिता खुद RSS का हिस्सा थे और उन्हें अपने हिंदू होने पर गर्व था. इसमें गर्व महसूस होने वाली क्या बात है, ये मुझे समझ नहीं आया, लेकिन अगर गर्व था भी तो मुझे उसमें कुछ गलत नजर नहीं आया. बस जो था, सो था. मुझे नहीं पता कि मेरे शाखा के लीडर्स को हिंदू होने पर कैसा महसूस होता था- मुझे जितना याद है, उन लोगों ने हम पर अपने विचार नहीं थोपे. और अगर उन्होंने ऐसा किया भी होता, तो मैंने ध्यान ही नहीं दिया होता ,क्योंकि वो बिलकुल मेरे पिता की सोच जैसा लगता."
अपने बारे में और RSS के साथ जुड़े होने के बारे में कई सारे ट्वीट्स देख कर मिलिंद हैरान हुए. और उन्होंने कुछ इस तरह रिएक्ट किया:
मिलिंद सोमन के बचपन में RSS से जुड़े होने वाली बात पता लगते ही ट्विटर पर लोग तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. ऐसे ही कुछ ट्वीट्स पर एक नजर डालिए:
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