अगर आपके मस्तिष्क (ब्रेन) में अधिक कोशिकाएं हैं, तो आपको मस्तिष्क कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है.
एक अध्ययन में कहा गया है कि बड़े दिमाग का मतलब है, अधिक मस्तिष्क कोशिकाएं और जितनी अधिक कोशिकाएं होती हैं, उनमें उतना ही विभाजन होता है.
विभाजन के समय उनमें दोष भी पैदा हो सकता है और किसी जीन के डीएनए (DNA) में स्थाई परिवर्तन यानी म्यूटेशन हो सकता है, जिससे कैंसर होता है.
नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी में पीएचडी कर रहे इवेन होविग फ्लिनजेन ने बताया:
तेजी से फैलने वाला मस्तिष्क कैंसर दुर्लभ तरह का कैंसर होता है, लेकिन एक बार यह आपको हो जाए तो इससे बचने की संभावना बहुत कम हो जाती है.
कैंसर का अंगों के आकार से कनेक्शन
फ्लिनजेन ने कहा, ‘‘कई अध्ययनों में यह पता चला है कि कैंसर होने में विभिन्न अंगों का आकार एक महत्वपूर्ण कारक होता है. उदाहरण के लिए बड़े स्तन वाली महिलाओं में स्तन कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है. हम यह जांच करना चाहते थे कि क्या मस्तिष्क के ट्यूमर के मामले में भी ऐसा ही होता है.''
हजारों लोगों के ब्लड सैंपल और स्वास्थ्य के आंकड़ों का इस्तेमाल कर एक अध्ययन किया गया. शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क के आकार को मापने के लिए एमआरआई (MRI) का इस्तेमाल किया.
महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को ब्रेन ट्यूमर का खतरा ज्यादा
अध्ययन में ये भी पाया गया कि महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में ब्रेन ट्यूमर ज्यादा होता है.
पुरुष का मस्तिष्क महिलाओं के मुकाबले बड़ा होता है क्योंकि पुरुषों का शरीर आमतौर पर बड़ा होता है. इसका ये मतलब नहीं है कि पुरुष ज्यादा बुद्धिमान होते हैं बल्कि बड़े शरीर को नियंत्रित करने के लिए अधिक मस्तिष्क कोशिकाओं की जरूरत पड़ती है.इवेन होविग फ्लिनजेन, नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी
शोधकर्ताओं ने कहा, यह भी पाया गया है कि बड़े मस्तिष्क वाले पुरुषों की तुलना में बड़े मस्तिष्क वाली महिलाओं को मस्तिष्क कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है.
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