क्या आप सेहत को लेकर सतर्क तो रहना चाहते हैं, लेकिन अपनी मांस-मछली वाली डाइट को छोड़ने से डरते हैं? तो हम यहां आपको एक बेहतर विकल्प के बारे में बता रहे हैं.
फ्लेक्सिटेरियनिज्म अगला सबसे बड़ा फूड ट्रेंड हो सकता है. इस भागदौड़ भरी जीवनशैली में हर वक्त इस बात का ध्यान रखना कि हम क्या खा रहे हैं और दैनिक आधार पर अपनी डाइट का निरीक्षण करना मुश्किल हो जाता है. लेकिन यहां फ्लेक्सिटेरियन आहार के बारे में सबसे अच्छी बात है- यह आपके भोजन के विकल्पों को सीमित नहीं करता है, केवल उन्हें नियंत्रित करता है.
फ्लेक्सिटेरियन डाइट क्या है?
फ्लेक्सिटेरियन डाइट में इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि आप ज्यादा से ज्यादा शाकाहार लें और साथ में मांस का सेवन कम करें. इस डाइट में मांस को पूरी तरह से छोड़ने की बजाए शाकाहारी भोजन की ओर झुकाव पर जोर दिया जाता है. इसलिए, यह मांस-मछली के शौकीनों के लिए भी एक अच्छा विकल्प है.
आसान शब्दों में, फ्लेक्सिटेरियन नाम 'फ्लेक्सिबल' और 'वेजिटेरियन' को मिला कर दिया गया है. इसे 'आशिंक शाकाहार' के रूप में भी जाना जाता है.
फ्लेक्सिटेरियन डाइट को डॉन जैक्सन ब्लैंटर ने अपनी बुक ‘The Flexitarian Diet’ में प्रस्तावित किया था.
फ्लेक्सिटेरियन डाइट में क्या खाना चाहिए?
दूसरी तरह की डाइटों के विपरीत, यह धीरे-धीरे आपको अधिक शाकाहारी खाद्य पदार्थों को अपनाने पर जोर देता है. इस डाइट में आपको अपने भोजन में अधिक सब्जियां शामिल करना होता है, जो आपको स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है.
- फल: सेब, अंगूर, संतरा, अनानास
- प्रोटीन: टोफू, हरी मटर, दाल, काबुली चना
- सब्जियां: हरी बीन्स, मक्का, गाजर, फूलगोभी
- नट्स और बीज: काजू, चिया के बीज, ओलिव, बादाम
फ्लेक्सिटेरियन डाइट के दौरान ऐसे मीट आइटम जो आप खा सकते हैं
यह एक तरह से वैकल्पिक शाकाहारी डाइट है. इसलिए इस डाइट में आप अपने भोजन में कुछ मांसाहार भी शामिल कर सकते हैं. हालांकि, कुछ निश्चित तरह के मीट को ही वरीयता देनी चाहिए, ऑर्गेनिक या फ्री रेंज मांसाहारी चीजों को शामिल करना बेहतर हो सकता है.
- अंडे: ऐसी मुर्गियों का अंडा जो सिर्फ पिंजरे में ना रहती हों, तो बेहतर होता है
- ताजी मछली
- चिकन, मटन (हरी घास या चारा खाने वाले पशुओं का मांस)
इन चीजों को खाने से बचें
हालांकि यह डाइट दूसरे डाइटों की तुलना में अधिक फ्लेक्सिबल (लचीला) है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें खाने से बचना चाहिए.
- फास्ट फूड: बर्गर, पिज्जा, फ्राइज, चिप्स
- मिठाई और चीनी वाली चीजें: केक, पेस्ट्री, डोनट्स, कुकीज
- प्रोसेस्ड मीट: बेकन, सॉसेज
- रेड मीट (लाल मांस) के सेवन से बचें.
शाकाहारी बनने का आलसी तरीका?
कुछ लोग कह सकते हैं कि यह शाकाहारी बनने का एक बहुत आलसी तरीका लगता है, लेकिन शोध के मुताबिक यह आश्चर्यजनक परिणाम दे सकता है. शाकाहार के विपरीत, यह आपके शरीर को मांस के अलावा अन्य स्रोतों से प्रोटीन प्राप्त करने के लिए स्वयं को समायोजित करने की अनुमति देता है, और धीरे-धीरे आपके सिस्टम में होने वाले बदलाव की निगरानी करता है.
और भी हैं फायदे इस फ्लेक्सिटेरियन डाइट के:
- फ्लेक्सिटेरियन भोजन से आपको दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है क्योंकि इस डाइट में शामिल चीजें फाइबर और हेल्दी फैट से भरपूर होते हैं.
- चूंकि आप शाकाहारी चीजों पर ज्यादा फोकस करते हैं, जो आखिरकार वजन घटाने में भी कारगर साबित होता है.
- ये टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क को कम करता है क्योंकि शाकाहार (पौधे आधारित) खाद्य पदार्थ फाइबर से भरपूर होते हैं और इनमें अनहेल्दी फैट और शुगर कम होता है.
- अलग-अलग तरह के फल, सब्जियां, नट्स और सीड्स (बीज) कैंसर की रोकथाम में मदद करते हैं.
लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि एक फ्लेक्सिटेरियन डाइट का अंतिम लक्ष्य आपको पूरी तरह से शाकाहारी बनाना नहीं है. यह आपको अपने आहार में लचीला बनाता है और आपको उपलब्ध सभी स्रोतों से प्रोटीन और दूसरे पोषक तत्वों को प्राप्त करने के सक्षम बनाता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
फ्लेक्सिटेरियन डाइट आपको वेज और नॉन वेज दोनों तरह के खाद्य पदार्थों के बेहतर पोषक तत्वों को हासिल करने में सक्षम बनाता है. चूंकि आप शाकाहारी भोजन जैसे बीन्स, मसूर, टोफू और नट्स से प्रोटीन, विटामिन और आयरन प्राप्त कर रहे होते हैं, लेकिन साथ ही नॉन-वेज भी ले रहे होते हैं. और जब तक आप सही मात्रा में मांस का सेवन करते हैं, तब तक यह आपकी सेहत के लिए बेहतर है. इसलिए, फ्लेक्सिटेरियन डाइट से आपको एक संतुलित आहार लेने में मदद मिलती है.रूपाली दत्ता, न्यूट्रिशनिस्ट
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