चावल के हिस्से हमेशा बुराई ही आई, खासकर सफेद चावल के. इसे खराब कार्बोहाइड्रेट का तमगा दिया गया और वजन बढ़ाने का जरिया घोषित किया गया. अगर आप चावल पसंद करते हैं, जैसा कि मैं करती हूं, तो इसके लिए मेरा आपसे वादा है और बिना अपराध-बोध के खाएं. आखिरकार, हमारे देश में पुराने जमाने से चावल की खेती होती रही है और खाया जाता रहा है.
दरअसल भारत में जितनी बोलियां हैं उतनी ही चावल की किस्में हैं- देश के हर इलाके में अलग किस्म का उत्पादन होता है.
तो जबकि एक तरफ सफेद चावल भी हमेशा खाने के लिए ठीक है (नहीं, यह शुगर बढ़ाने वाला खलनायक नहीं है, अगर आप दाल और सब्जी के साथ खाते हैं), देश में उगने वाली चावल की कई देसी किस्मों को खाना चाहिए क्योंकि यह हमारे लिए बेहद फायदेमंद हैं.
वांगी भात- बैंगन चावल
सामग्री:
- 1 कप चौकोर कटा बैंगन (लगभग 150 ग्राम)
- 2 कप पके हुए चावल
- 2 बड़ा चम्मच तेल
- 1/2 छोटा चम्मच उड़द दाल
- 7-8 करी पत्ते
- 1 सूखा लाल मिर्चा
- 2 बड़े चम्मच मूंगफली या 6-7 काजू
- 1/4 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- 1/2 बड़ा चम्मच इमली (1/4 कप पानी में भिगोई हुई) या 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस
- 2 बड़े चम्मच बारीक कटा हरा धनिया
विधिः
चावल को धो लें और फिर इसे पकाकर एक तरफ रख दें. सभी सूखी सामग्री को पीसने से पहले भून लें. ठंडा होने पर इसका पाउडर बना लें और एक तरफ रख दें.
बैगन को ½ इंच की फांकों में काट लें. एक मोटे तले वाले पैन में तेल गरम करें और मसाला तलें. इसमें बैंगन डाल दें. इसमें पिसा हुआ मसाला और स्वाद के अनुसार नमक मिलाएं. आग से उतार लें और पका हुआ चावल मिलाने के बाद घी डाल दें.
मणिपुरी खीर
ये मजेदार मलाईदार और हर तरह से स्वादिष्ट है.
सामग्री:
- 1/2 कप चाक-हाओ अमुबी, मणिपुरी काला चावल
- 2 कप दूध
- 6 बड़ा चम्मच चीनी
- 1 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
तरीका:
चावल को पानी में 4 से 6 घंटे के लिए भिगो दें. भीगे हुए चावल से पानी निकाल दें. एक भारी तले वाले बर्तन में दूध को उबालें. दूध उबलने लगे तो आंच को धीमा कर दें. भीगे हुए काले चावल डालें और धीमी आंच पर पकाएं.
चलाते रहें और चाक-हाओ अमुबी खीर को तब तक पकाएं जब तक कि चावल पक न जाए और दूध की मात्रा लगभग आधी हो जाए. पकाने पर यह चावल आम चावल की तरह चिपचिपा नहीं होता है. हालांकि पकने पर यह बाहर से कड़ा और अंदर से नरम होता है.
जब चावल पक जाए तो काले चावल की खीर को आंच से उतार लें. इसमें चीनी और इलायची पाउडर डालें. अच्छी तरह मिलाएं.
आप चाक-हाओ अमुबी खीर खाने के लिए पेश कर सकते हैं. मणिपुरी काले चावल की खीर गर्म या ठंडी खाई जा सकती है.
इडली / खोट्टे
मापिल्लई सांबा, जिसे आमतौर पर ‘दूल्हे का चावल’ के तौर पर जाना जाता है, लाल रंग का छोटा और मोटा होता है. यह इम्युनिटी के लिए अच्छा होने के अलावा इंसटेंट एनर्जी देने वाला और पाचन को आसान बनाने के लिए भी जाना जाता है.
सामग्री:
- 1 कप उड़द की दाल/ काले चने की दाल
- 1 कप कच्चा मापिल्लई सांबा चावल
- 1 कप उबला हुआ मापिल्लई सांबा चावल
- कप में चिकनाई के लिए तेल
- नमक स्वाद अनुसार
तरीका:
चावल मिला लें और इसे 3 घंटे के लिए पानी में भिगो दें. चने की दाल को अलग से भिगो दें. भीगी हुई दाल को बारीक पीसकर अलग रख लें. फिर भीगे हुए चावल को पीस कर मोटा पेस्ट बना लें.
दोनों पेस्ट को मिला लें. नमक डालें और ढक कर इसे रात भर रख दें. अगले दिन अच्छी तरह से फेंट लें. इडली कप को तेल से चिकना करें और इडली बैटर से भरें. 20 मिनट तक स्टीम दें.
पुलाव
बासमती दुनिया भर में उगाए जाने वाली चावल की सबसे बेहतरीन किस्मों में से एक है. उत्तर भारत और पाकिस्तान के लिए चावल की यह किस्म अपनी अनोखी महक और स्वाद के लिए मशहूर है. चावल की खेती वाले कुल जमीनी इलाके का 10-15 प्रतिशत बासमती बोया जाता है.
सामग्री
- 1 कप बासमती चावल
- 2 गाजर
- 4 हरी मिर्च
- ½ कप छिली मटर
- 4 इलायची की फली और दालचीनी
- 2 कली लहसुन और अदरक के टुकड़े
- 1 बड़ा चम्मच नमक
- 2 बड़े प्याज
- 1 बड़ा चम्मच तेल
- ½ कप घी
तरीका:
सबसे पहले, बहते पानी में चावल के स्टार्च को साफ करें. फिर चावल को 30 मिनट के लिए पूरी तरह पानी में भिगो दें. अब चावल को छानकर अलग रख दें.
जब चावल भीगने को रखे हैं तो उसी दौरान सब्जियों को पहले से तैयार कर लें और साबुत मसालों को एक तरफ रख लें. जीरा छोड़ सभी मसालों को पुलाव में मिला दें. अगर कोई खास मसाला आपके पास नहीं है, तो उसे छोड़ सकते हैं.
घी या तेल को भारी तले वाले बर्तन या पैन में गरम करें. सभी साबुत मसाले डालकर महक आने तक भूनें. बारीक कटा हुआ प्याज मिलाएं. सुनहरा होने तक धीमी आंच पर प्याज को तलें और एक जैसा लाल रंग का होने तक चलाते रहें.
जब प्याज सुनहरा हो जाए, तो इसमें कूचा हुआ अदरक, लहसुन, हरी मिर्च का पेस्ट मिलाएं. जब तक अदरक और लहसुन की कच्ची महक न चली जाए, तब तक चलाते रहें. अब सभी कटी हुई सब्जियां और मसाले को फिर से धीमी आंच पर 2 से 3 मिनट के लिए रखें. कृपया ख्याल रखें कि इस दौरान आप 2 से 3 बड़े चम्मच कटी हुई धनिया की पत्ती और 2 बड़े चम्मच पुदीने के पत्ते के भी मिला सकते हैं.
चावल डालें. चावल को 2 मिनट के लिए धीमी आंच पर रखें ताकि तेल चावल में अच्छी तरह से मिल जाए. पानी डालें. अच्छी तरह से चलाएं. नमक डालें और तैयार होने तक ढककर रख दें.
(कविता देवगन दिल्ली में न्यूट्रिशनिस्ट, वेट मैनेजमेंट कंसलटेंट और हेल्थ राइटर हैं. वह Don’t Diet! 50 Habits of Thin People (Jaico), Ultimate Grandmother Hacks: 50 Kickass Traditional Habits for a Fitter You (Rupa) और Fix it with foods की लेखिका हैं.)
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