सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.
अगर आपके मन में सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़े कोई सवाल हैं, और आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
'तीन महीने की रिलेशनशिप के बाद अब शादी का इरादा है'
प्रिय रेनबोमैन,
मैं पिछले 3 महीने से एक महिला के साथ रिलेशनशिप में हूं. हम जल्द शादी की योजना बना रहे हैं. हर कोई हमें कहता है कि हमें शादी में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, लेकिन हमारा इरादा पक्का है. हम अपने पेरेंट्स को कैसे राजी करें? मुझे लगता है कि रिलेशनशिप को लेकर उनकी सोच बहुत संकुचित है. वे चाहते हैं कि मैं तभी शादी करूं अगर 2 साल बाद भी हमारी रिलेशनशिप कायम रहे. समस्या यह है कि लड़की पर शादी का दबाव है और वह अब इंतजार नहीं कर सकती. वह पहले ही 30 साल की है और मैं 31 साल का हूं. क्या मेरे माता-पिता सही हैं? मैं मामले को कैसे आगे बढ़ाऊं?
शादी के लिए रजामंद
डियर शादी के लिए रजामंद,
मुझे लिखने के लिए शुक्रिया और एक ऐसे शख्स को पाने के लिए बधाई जिसे आप बहुत प्यार करते हैं. प्यार पाना एक खूबसूरत एहसास है. आप दुनिया में सबसे खास महसूस करते हैं. मुझे खुशी है कि आप ऐसा महसूस कर रहे हैं.
मुझे बता देना चाहिए, यह सच नहीं है कि एक तय अवधि तक चलने वाले रिश्ते हमेशा उसी तरह बने रहेंगे. हालांकि, शादी न सिर्फ जिंदगी के लिए एक प्रतिबद्धता है, बल्कि कई मायनों में एक फाइनेंशियल निर्णय भी है. यह एक ठीक से सोच कर लिया गया फैसला होना चाहिए. आपके करीबी लोग सतर्क करने और आपको चेताने में गलत नहीं हैं.
अगर आप मुझसे मेरी निजी राय पूछें, तो मुझे नहीं लगता कि रिश्ते की लंबाई का असल में हमेशा के लिए तालमेल से कोई मतलब है. बस जब आप व्यक्ति के साथ रहते हैं, तो सिर्फ इतना होता है कि उस व्यक्ति के बारे में ज्यादा अनजान पहलुओं को जानने की संभावना ज्यादा होती है. जितना ज्यादा आप उस व्यक्ति के साथ रहेंगे, आप यह भी समझ पाएंगे कि क्या आप उसे समायोजित करने में सक्षम हैं.
लेकिन यह भी सच है कि हम हर दिन किसी व्यक्ति के बारे में ज्यादा पहलुओं को जानते हैं. और यह दिल का एक विकल्प है, जो हम तय करते हैं कि हम उस व्यक्ति से अपना दिल लगाते हैं, भले ही वह व्यक्ति परफेक्ट न हो.
आप परिपक्व बालिग हैं. आपके द्वारा लिए गए फैसलों के लिए आप जिम्मेदार हैं. आपको अपने प्रेमी/पार्टनर के साथ एक जिंदगी जीना है. फैसला आपको लेना है. आपके माता-पिता आपको सावधान कर सकते हैं, वे आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं, लेकिन वे आपके लिए आपका जीवन नहीं जी सकते. इसलिए समझदार बनें, विचारशील बनें, इस मामले में अपने दृष्टिकोण में भविष्य को देखें और अपनी मर्जी से फैसला लें.
आपके फैसलों के लिए आप और आपकी पार्टनर जिम्मेदार हैं. कोई दूसरा नहीं.
सादर,
रेनबोमैन
अंतिम बातः अपने दिल को रास्ता दिखाने दें, अपने दिमाग को आपको बताने दें.
‘मैं एक गे हूं, लेकिन मुझ पर शादी का दबाव डाला जा रहा है’
डियर रेनबोमैन,
मेरी उम्र 30 के करीब है और मैं एक गे हूं. मैं इन दिनों बहुत परेशान हूं. मेरा परिवार यह स्वीकार नहीं करता है कि मैं गे हूं और उन्होंने हमारे जैसे ही एक परिवार की लड़की के साथ मेरी शादी का इरादा बनाया है. लड़की बहुत ही घरेलू और अच्छी है. हालांकि, मैं सेक्शुअली उसकी तरफ आकर्षित नहीं हूं. मैं वैवाहिक जीवन में खुद को किसी महिला के साथ नहीं देख पाता हूं. मैं खुद को एक पुरुष के साथ देखना चाहता हूं. मैं झूठ नहीं बोलना चाहता था, इसलिए मैं उससे मिला और उसे बताया कि मैं गे हूं. मेरे लिए जबरदस्त अचंभे की बात है कि, उसने कहा कि मेरा अतीत उसके लिए मायने नहीं रखता है और वह मानती है कि मैं शादी के बाद बदल जाऊंगा. मैंने उससे कहा कि ऐसा करना मुश्किल होगा. उसने कहा ऐसा नहीं होगा. मैंने उसे बताया कि मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड है. उसने कहा कि वह मेरे ब्वॉयफ्रेंड से मिलेगी और मैं शादी के बाद भी उसे ब्वॉयफ्रेंड प्रेमी के रूप में रख सकता हूं. इस सबके साथ ही साथ मेरा बॉयफ्रेंड नश्तर चुभा रहा है. वह मुझे छोड़ कर जा रहा है क्योंकि मैं अपनी सेक्शुअलटी और उसके साथ के लिए खड़ा नहीं हुआ, हालांकि मैंने कोशिश की. मैंने समझाने की कोशिश की लेकिन वह बेवकूफ है. मुझे शादी करनी है क्योंकि मेरे सारे विकल्प खत्म हो चुके हैं. शायद मैं भयानक लग रहा हूं. कृपया मुझे साफ-साफ देखने में मदद करें.
मझधार में फंसा गे
डियर मझधार में फंसे गे,
मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. मैं इस तथ्य को समझता हूं कि अस्वीकार करने वाले लोगों के होने से काफी भावनात्मक दबाव झेलना पड़ सकता है.
ऐसा भी वक्त आता है, जब हमें पता चलता है कि झूठ को जीने का बोझ, सच्चाई को स्वीकार करने के संघर्ष से कहीं ज्यादा है. जीवन में ऐसा भी समय आता है, जब हमें खुद के लिए उठ खड़ा होना होता है. वह समय आ गया है.
वह आप ही हैं जो अपना जीवन जी रहे हैं. कोई और आपके लिए इसे जीने नहीं जा रहा है. आप अपने माता-पिता के बाद भी जिएंगे. आप अपनी पत्नी के साथ होंगे. क्या आप इसके लिए तैयार हैं?
आप अपनी मां या अपने भावी दुल्हन के हाथों में फंसे धागे से जुड़ी यो-यो बॉल नहीं हैं. आपको अपने और अपनी सेक्शुअलटी के लिए खड़ा होना होगा.
आप अपनी मर्जी के खिलाफ शादी करेंगे? फिर आप अपनी मर्जी के खिलाफ सेक्स करेंगे? फिर आप अपनी मर्जी के खिलाफ बच्चे पैदा करेंगे? तो, आप एक झूठ के लिए अपनी पूरी जिंदगी को इस तरह से बनाएंगे. दूसरा विकल्प अपनी बात पर कायम रहना है. इसमें थोड़ी हिम्मत चाहिए. हालांकि, अंतिम नतीजा झूठ का उत्पादन नहीं है. इसलिए अडिग रहे. अपने लिए अडिग रहें.
अब आपकी भावी दुल्हन की बात करते हैं, मुझे उन वजहों के बारे में नहीं पता कि वह क्यों लैब माउस बनने के लिए तैयार है. असल में तो मुझे नहीं लगता कि लैब चूहों को भी प्रयोगशालाओं में होना चाहिए. हालांकि, यह सिर्फ उसकी ख्वाहिश के बारे में नहीं है, बल्कि उसके साथ ही आपकी ख्वाहिश के बारे में भी है. आपकी सहमति उसकी सहमति से कमतर नहीं है. उसकी सहमति का मतलब यह नहीं है कि आपको भी वैसी ही सहमति देनी है. समझे?
आपके ब्वॉयफ्रेंड के बारे में, वह एक अलग व्यक्तित्व है. आपको क्यों लगता है कि वह इस मकड़जाल में उलझना चाहेगा और अंत में खुद को इस्तेमाल की चीज महसूस करेगा. वह इंसान है जो उपेक्षित और ठगा हुआ महसूस कर सकता है. इस वैवाहिक समझौते में उनका प्रेम-जीवन कुर्बान हो जाएगा. उसका गुस्सा होना जायज है.
अंत में, कृपया अपने लिए मना करें. बहुत देर हो जाए इससे पहले विरोध करें. आप एक झूठ की बुनियाद पर पूरा जीवन नहीं जी सकते. इस झूठ को जीना आप, आपकी होने वाली (उम्मीद करते हैं कि नहीं) बीवी, आपके परिवार के लिए विनाशकारी होगा.
काउंसलिंग कराएं. कृपया अपने शहर में LGBT समूह से बात करें. आपको स्थानीय लोगों का समर्थन मिल सकता है. आप LGBTIQ लोगों के माता-पिता के समूह स्वीकार को भी https://www.facebook.com/SweekarTheRainbowParents/ लिख सकते हैं. आप उनसे पता कर सकते हैं कि क्या वे बीच में पड़ना चाहेंगे और आपके माता-पिता से बात कर सकते हैं.
हालात बेहतर हो सकते हैं. सिर्फ अपनी बात पर कायम रहें.
सप्रेम,
रेनबोमैन
अंतिम बातः अपनी बात कहें, बात पर कायम रहें.
'मेरे पीरियड्स नहीं हो रहे हैं और अब मेरा ब्वॉयफ्रेंड मुझ पर शक कर रहा है'
डियर रेनबोमैन,
मेरा ब्वॉयफ्रेंड और मैं नियमित रूप से सेक्स करते हैं. वह कंडोम का इस्तेमाल करना पसंद नहीं करता है. वह ज्योंही ऐसा करता है अपना इरेक्शन खो देता है. जब हम सेक्स करते हैं तो हम विड्राल टेक्नीक का सहारा लेते हैं ताकि कोई स्पर्म मेरी वेजाइना के अंदर न जाए. मैंने इस बार अपने पीरियड्स मिस कर दिए हैं और वह कहता है कि मैं हर समय इतनी उत्तेजित रहती हूं कि मैंने किसी को भी पकड़ लिया होगा, कुछ कर लिया होगा और अब इसके लिए उसे जिम्मेदार ठहरा रही हूं. मैंने कभी भी हमारे रिश्ते से बाहर सेक्स नहीं किया. प्लीज मदद कीजिए. मैं उसे कैसे समझाऊं.
फिक्रमंद बाला
डियर फिक्रमंद बाला,
मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. दो लोगों के बीच रिलेशनशिप सबसे बुनियादी तौर पर प्यार के अलावा एक दूसरे के लिए सहानुभूति के सिद्धांत पर होनी चाहिए. शायद यह खुद से पूछने का सही समय है कि क्या आपकी रिलेशनशिप में सहानुभूति है.
आपने बताया है कि वह कंडोम का इस्तेमाल करना पसंद नहीं करता है. हालांकि, इससे भी जरूरी सवाल यह है कि- आप क्या पसंद करती हैं. आप क्या चाहती हैं? इस रिलेशनशिप में खुद को और अपनी जरूरतों को न गंवाएं.
और यह ‘ऑर्गेज्म से पहले विड्रा कर लेना’ टेक्नीक काफी जोखिम भरी है. सच्चाई आप जानती होंगी... एक एग को फर्टिलाइज करने के लिए सिर्फ एक स्पर्म की जरूरत होती है और सीमेन की एक बूंद में आमतौर पर हजारों स्पर्म होते हैं. तो इस बात को जरा गहराई से समझें.
आपका ब्वॉयफ्रेंड सुझाव दे सकता है कि आप फर्टिलाइजेश की किसी भी संभावना को रोकने के लिए पिल्स लें. हालांकि, मैंने सुना है कि हमेशा ऐसा करना ठीक नहीं है. कृपया पिल्स लेने से पहले एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें और इस मामले में अपनी स्थित को ठीक से समझें. साथ ही प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाएं/गायनीकॉलोजिस्ट से मिलें.
अब आपके बॉयफ्रेंड के शक पर आते हैं, ऐसा कहने की उसकी हिम्मत कैसे हुई? सबसे पहले मुझे बताएं… क्या आप सच में उसे मनाने के तरीके खोजने में समय खर्च करना चाहती हैं? इस बात की क्या गारंटी है कि वह भविष्य में दोबारा इस तरह का बर्ताव नहीं करेगा. मुझे लगता है कि आपको उसके साथ खुले दिल से बातचीत करनी चाहिए.
यह करें. खुद को शांत कीजिए. उसके साथ मेज पर आमने-सामने बैठें. कोई शारीरिक संपर्क न हो. उसे बताएं कि आप उसे अपने चरित्र पर संदेह करना ठीक नहीं समझती हैं. उसे बताएं कि अगर वो चाहता है कि संबंध आगे बढ़ें, तो इसमें प्यार, समझदारी और सबसे महत्वपूर्ण बात आप दोनों में से किसी के स्वाभिमान को लेकर कोई समझौता न हो. रिश्ते की शर्तों को तय करें. उसे बताएं कि आप को कौन सी बात ठीक नहीं लगती है.
बातचीत का नतीजा जो भी हो, वह अच्छी तरह से सोचा-समझा फैसला हो. आपको एक मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल की सेवाओं की जरूरत हो सकती है, जो आपकी बात सुने और आपके सामने उन तथ्यों को भी रखेगा, जिससे आप बेखबर हो सकती हैं, जो आप देख नहीं पा रही हैं.
कृपया उसकी बकवास को लगाम लगाएं. कृपया अपने लिए खड़ी हों. दूसरे आपको रास्ता दिखा सकते हैं, लेकिन कोई भी आपके लिए आपकी लड़ाई नहीं लड़ सकता है. वह आप हैं, आप ही खुद हैं. और सच तो यह है, आप अपने लिए काफी हैं. आप अपने लिए भरपूर ताकतवर हैं.
सप्रेम
अंतिम बातः काउंसलर से मिलें.
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