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जानिए- शहीदों के शव के साथ पाकिस्तानी सेना ने कब-कब की बर्बरता?

पहले भी देश के शहीद जवानों के शव के साथ क्रूरता दिखा चुका है पाकिस्तान

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जम्मू-कश्मीर में पुंछ इलाके के कृष्णा घाटी में सोमवार को पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम ने एलओसी में दाखिल होकर बीएसफ की पेट्रोलिंग टीम पर हमला कर दिया. इस हमले में भारतीय सेना के एक जेसीओ और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स का एक जवान शहीद हो गया. पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने इन दोनों जवानों के शव के साथ बर्बरता भी की.

ऐसा पाकिस्तान ने पहली बार नहीं किया है. पहले भी पाकिस्तानी सेना के जवान भारतीय जवानों के शव के साथ बर्बरता कर चुके हैं.

जानिए कब-कब ऐसा हुआ-

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22 नवंबर, 2016- जम्मू-कश्मीर के माछिल इलाके में तीन भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इनमें से शहीद राइफलमेन प्रभु सिंह के शव के साथ पाकिस्तानी सेना के जवानों ने बर्बरता की थी.

28 अक्टुबर, 2016- जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में पाकिस्तान सेना की मदद से कुछ आतंकी एलओसी पार आ गए थे. आतंकियों ने जवान मनदीप सिंह को मारकर उनके शरीर के टुकड़े कर दिए थे.

8 जनवरी, 2013- जम्मू-कश्मीर के मेंढर सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने हमला बोल दिया था. इस हमले में पाकिस्तानी सैनिक बीएसएफ जवान हेमराज का सिर काट ले गए थे और शहीद सुधाकर सिंह के शव को भी क्षत-विक्षत कर दिया था.

फरवरी, 2000- पाकिस्तानी आतंकवादी और अल-कायदा के सदस्य इलियास कश्मीरी ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर पर हमला किया. वो 24 साल के भारतीय जवान भाऊसाहेब मारुती तलेकर का सिर काटकर पाकिस्तान ले गए थे.

1999 कारगिल विवाद- पाकिस्तान ने भारतीय कप्तान सौरभ कालिया पर काफी अत्याचार किया था. बाद में पाकिस्तान ने जवान का बुरी तरह से क्षत-विक्षत शव भारत को सौंप दिया था. सौरभ के पिता आज भी उन अपराधी पाकिस्तानियों को सजा दिलाने के लिए लड़ रहे है.

(इनपुट एएनआई से)

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