एंटी करप्शन मूवमेंट से लेकर राजनीतिक पार्टी बनने के सफर में आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया का बखूबी इस्तेमाल किया है. अब वक्त दिल्ली के एमसीडी चुनाव का है. दिल्ली में 23 अप्रैल को एमसीडी चुनाव होने हैं. माना जाता है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की अभूतपूर्व जीत के पीछे सोशल मीडिया का बड़ा योगदान था.
क्या इस बार एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया टीम फिर से अपना कमाल दिखा पायेगी ? चुनाव को लेकर किस तरह की रणनीति है इसबार? यह जानने के लिए द क्विंट पहुंचा आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया वॉर रूम.
पार्टी की सोशल मीडिया टीम के कोऑर्डिनेटर अविनाश खुद को एक योद्धा कहते हैं और कहते हैं कि सोशल मीडिया के जरिए हम देश को बदलने के लिए जंग लड़ रहे हैं. चार्टेड अकाउंटेंट की पढ़ाई कर रहे अविनाश बिहार के रहने वाले हैं. वो आम आदमी पार्टी के लिए बिना पैसे लिए काम करते हैं. अविनाश अकेले नहीं हैं. अविनाश के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे विपुल और आयुष भी हैं. जो आम आदमी पार्टी के लिए फेसबुक और ट्विटर पर कंटेंट क्रिएट करते हैं. साथ ही दूसरी पार्टियों के सोशल मीडिया पर नजर भी रखते हैं.
एमसीडी इलेक्शन तो लोकल मुद्दों पर होता है, ऐसे में सोशल मीडिया क्या कमाल करेगा?
आप लोग सोशल मीडिया पर कितने लोगों से जुड़े हैं?
आप लोगों को सोशल मीडिया टीम में काम करने के कितने पैसे मिलते हैं?
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