पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अजय अपने परिवार के साथ सोसाइटी के टावर यू की छठी मंजिल पर रहते हैं। मंगलवार की रात उनका 11 साल का बेटा अपने दोस्त के पास गया था। जो की उसी टावर के 16वें फ्लोर पर रहता है। अजय ने जब बेटे के दोस्त के घर पर फोन किया तो पता चला की वो 5 मिनट में आ जायेगा। काफी समय बीतने के बाद अजय ने बेटे की तलाश शुरू की। पूरी सोसाइटी में बच्चे की खोज की गई लेकिन वो नहीं मिला। फिर सबका ध्यान लिफ्ट पर गया तो 15 और 16 मंजिल के बीच अटकी हुई थी। इसके बाद सोसायटी के मेंटेनेंस टीम को बुलाया गया और करीब 45 मिनट के बाद बच्चे को लिफ्ट से बाहर निकाला गया।
जानकारी के मुताबिक लिफ्ट में लगे कैमरे की सीसीटीवी फुटेज गार्ड रूम में चलती रहती है और साथ ही अलार्म भी बजता है, लेकिन गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी कानों में ईयर फोन लगाकर बैठा हुआ था इस कारण उसने अलार्म की आवाज नहीं सुनी और ना ही सीसीटीवी फुटेज देखी। इस बात को लेकर सुरक्षाकर्मी और सोसाइटी के लोगों के बीच काफी बहस हुई जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने पहुंचकर मामला शांत किया।
--आईएएनएस
पीकेटी/एसकेके
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