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अफगानिस्तान में हमले में मारे गए सिखों, हिंदुओं को श्रद्धांजलि

अफगानिस्तान में हमले में मारे गए सिखों, हिंदुओं को श्रद्धांजलि

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वाशिंगटन, 17 जुलाई (आईएएनएस)| अफगानिस्तान में सिखों व हिंदुओं पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड ने 'नफरत का सामना प्यार, डर का सामना समझ और अंधेरे का सामना प्रकाश' से करने का आह्वान किया। हमले में 18 लोग मारे गए थे। गबार्ड अमेरिकी कांग्रेस में चुनी जाने वाली पहली हिंदू महिला है।

अफगानिस्तान हमले में मारे गए पीड़ितों की याद में रविवार को हुई एक सभा में गबार्ड ने कहा, हमें अवश्य ही अफगानिस्तान, यहां घर में और पूरी दुनिया में कट्टरता और घृणा के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।

आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अफगानिस्तान में 1 जुलाई को हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। यह हमला राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात करने के लिए इंतजार कर रहे सिख और हिंदू समुदाय के लोगों पर किया गया था। हमले में 10 लोग घायल हुए थे।

विदेश विभाग कार्यालय के अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के प्रमुख सैम ब्राउनबैक ने बैठक में एक संदेश के जरिए कहा, हमारा कार्यालय अफगानिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति पर निगरानी जारी रखेगा। मैं आपके साथ खड़ा हूं और हम उस अफगानिस्तान के लिए काम करेंगे जहां शांति होगी और सभी लोग सुरक्षित होंगे।

उन्होंने कहा, सामुदायिक नेताओं को खोना न सिर्फ अफगानिस्तान बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए एक भयानक झटका है।

अफगान हिंदू एसोसिएशन (एएचए) ने अफगानिस्तान दूतावास के साथ मिलकर हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) की सहायता से इस बैठक को आयोजित किया था।

एचएएफ की विज्ञप्ति के अनुसार, अफगानिस्तान के राजदूत हमदुल्लाह मोहिब ने कहा, यह वह अवसर है जिसमें हम उस समुदाय के लिए एक साथ आए हैं, जिसकी अफगानिस्तान में गहरी जड़ें हैं। कई लोग यह सोचते हैं कि हिंदू और सिख भारत के प्रवासी हैं, जबकि वास्तव में, अफगानिस्तान के हिंदू और सिख देश के वास्तविक नागरिक हैं।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

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