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कानपुर: बिकरू कांड के जख्म भरे भी नहीं, और पुलिस पर फिर हुआ हमला

बिकरू हत्याकांड की तरह गांव के लोगों ने घेरकर पुलिस पर हमला किया और उनके हथियार लूट लिए

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कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद, अब कानपुर देहात में पुलिस पर हमले का मामला फिर सामने आया है. हमले में एक दरोगा और एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें गंभीर हालत में कानपुर शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.

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कानपुर के रसूलाबाद कोतवाली के कहिंजरी इलाके में एक महिला की शिकायत पर पुलिस जांच करने पहुंची थी. इस दौरान महिला के ससुर और पति ने घरवालों के साथ मिलकर पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया और चौकी इंचार्ज की पिस्टल और सिपाही की बंदूक भी लूट ली.

पुलिस टीम पर हमला करने वाले हमलावर रफीक पर पूर्व में कई आपराधिक मामले दर्ज है. हमले की सूचना पर भारी पुलिस बल के साथ कानपुर जोन एडीजी भानु भास्कर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.

बिकरू हत्याकांड की तरह गांव के लोगों ने घेरकर पुलिस पर हमला किया और उनके हथियार लूट लिए
हमले में घायल दरोगा
फोटो: क्विंट हिंदी

एडीजी भास्कर ने कहा कि पुलिस टीम पर हमला करने और उनके हथियार लूटने वाले हमलावरों को गम्भीर परिणाम भुगतने होगे. अपराधियो पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

यहां एक महिला थी, जिसके परिजन उसको परेशान कर रहे थे. उसकी शिकायत पर चौकी का फोर्स आया और उसको समझा-बुझा रहे थे. तभी परिवार के लोग हिंसक हो गए, तो सबसे पहले चौकी के फोर्स ने बड़ी बहादुरी से महिला को बचाया और बचा लिया. लेकिन बाकी लोग दुर्दांत प्रवृत्ति के अपराधी थे. उन्होंने पीछे से हमला कर दिया. जिसमें हमारे पुलिस के दो लोग बुरी तरीके से घायल हो गए, मौके पर दूसरा पुलिस बल पहुंचने पर उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर रिफर कर दिया गया. महिला का भी इलाज कराया जा रहा है. मौके से पता चला कि पिस्टल छीन ली गयी थी. 4 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ा जाएगा.)
भानु भास्कर, एडीजी, कानपुर
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अजमत का पिता रफीक पुराना अपराधी

महिला ने देर शाम को पुलिस चौकी में मारपीट कर घर से बाहर निकालने की शिकायत की थी. राज्य महिला आयोग की सदस्य के निर्देश पर चौकी इंचार्ज कहिंजरी गजेंद्र पाल सिंह सिपाही समर सिंह को लेकर देर रात जांच करने गांव पहुंचे थे. पुलिस जब अजमत के घर पहुंची, तो पुलिस के सामने ही आरोपी अजमत और उसके परिजनों ने शाह बेगम को पीटना शुरू कर दिया.

पुलिस ने रोकना चाहा, तो उन सभी ने मिलकर चारों तरफ से पुलिस पर हमला कर दिया और जमकर ईट पत्थरों की बौछार कर दी. जिसमे चौकी इंचार्ज और सिपाही दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. हमलावरों ने चौकी इंचार्ज की पिस्टल और सिपाही की बंदूक लूट ली और मौके से फरार हो गए. बता दें महिला का मायका भी उसी गांव में है.

हमले के शिकार बने पुलिसवालों को गंभीर हालत में कानपुर के हैलट हॉस्पिटल लाया गया. जहां से उन्हें एक प्राइवेट हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया. दोनों के सिर में गंभीर चोट लगी है.

आरोपियों की तलाश में पुलिस

कानपुर देहात के एसपी केशव कुमार चौधरी कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी में लगे हुए है. चौधरी ने बताया कि फिलहाल पुलिस मामले में विधिक कार्रवाई कर रही है.

कानपुर के अस्पताल में भर्ती पुलिसवालों को देखने के लिए डीआईजी कानपुर प्रतिन्दर सिंह भी पहुंचे. उन्होंने बताया कि घायल पुलिसकर्मी फिलहाल खतरे से बाहर हैं.

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