UP Crime News: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे एक बार फिर पुलिस के काम करने के तरीके पर सवाल उठने लगे हैं. गौतमबुद्धनगर के पुलिस चौकी के अंदर ही यानी पुलिस की कस्टडी में योगेश नाम के शख्स की मौत हो गई है. पुलिस ने रेप के मामले में इस युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था.
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने ही फांसी पर लटकाकर योगेश की हत्या कर दी. पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूरी पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया है. सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला?
योगेश मूल रूप से जिला अलीगढ़ का रहने वाला था. फिलहाल वह गौतमबुद्धनगर में बिसरख थाना क्षेत्र के गांव चिपियाना में रहता था. वो यहां पर एक फैक्ट्री में करता था.
पुलिस के अनुसार योगेश की एक महिला सहकर्मी ने रेप के किए जाने का आरोप लगाते हुए एक प्रार्थना पत्र दिया था. पुलिस ने इसी सिलसिले में योगेश को बुधवार, 15 मई की दोपहर हिरासत में लिया था. अगले दिन यानी गुरुवार की सुबह पुलिस चौकी के अंदर उसकी लाश फांसी पर लटकी मिली.
मृतक के भाई जितेंद्र ने आरोप लगाते हुए कहा, "पुलिस ने हमसे भाई को छोड़ने के नाम पर पांच लाख रुपए मांगे थे. कल ही मैंने 50 हजार रुपए दे दिए थे. शराब के लिए एक हजार रुपए अलग से भी दिए. साढ़े 4 लाख रुपए गुरुवार सुबह देने के लिए कहा था. इससे पहले ही इन्होंने मेरे भाई को फांसी लगाकर मार दिया."
इस मामले में नोएडा पुलिस सेंट्रल की डीसीपी सुनीता ने बताया है कि घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुये थाना बिसरख पर अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है. पूरी चौकी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. मृतक के शव का पंचनामा मजिस्ट्रेट से करायी जा रही है. फील्ड यूनिट द्वारा भी घटनास्थल का निरीक्षण कराया जा रहा है. डॉक्टरों के पैनल के द्वारा शव के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
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