टाटा संस और साइरस मिस्त्री के बीच आरोप-प्रत्यारोपों में जबरदस्त तेजी हो गई है. अब मिस्त्री ने टाटा संस के के निदेशक विजय सिंह पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है. मिस्त्री का कहना है कि विजय सिंह ने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में अहम भूमिका निभाई है.
उनके अनुसार सिंह ने रक्षा सचिव रहते हुए 3600 करोड़ के घोटाले में बेहद अहम भूमिका निभाई है. मिस्त्री की ओर से जारी बयान में रहा गया कि विजय सिंह का मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव और रक्षा सचिव के रूप में कुछ खास योगदान नहीं रहा है.
विजय सिंह टाटा संस की नॉमिनेशंस ऐंड रिम्यूनरेशन कमिटी के सदस्य थे. जिसने इस साल जून में मिस्त्री के प्रदर्शन की समीक्षा की थी.
टाटा ने लगाए थे मिस्त्री पर चयन समिति को गुमराह करने के आरोप
इससे पहले टाटा समूह ने आरोप लगाया था कि, साइरस मिस्त्री ने चेयरमैन बनने के लिए चयन समिति को बड़े-बड़े वादों से भ्रमित किया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि सायरस ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल मैनेजमेंट स्ट्रक्चर को कमजोर करने के लिए किया.
टाटा समूह के अनुसार कमान संभालने के बाद ही मिस्त्री ने सारी शक्तियां अपने हाथ में लेना शुरू कर दिया था. कथित तौर पर उन्होंने आजादी और भरोसे का नाजायज फायदा उठाकर मैनेजमेंट ढांचे को कमजोर किया और एक ट्रस्टी के उलट काम किया.
यह अपील टाटा की प्रमुख कंपनियों के बोर्ड अॉफ डॉयरेक्टर्स की इस महीने होने वाली बैठकों के कुछ दिन पहले जारी की गई है. इन बैठकों में मिस्त्री को उनके निदेशक पद से हटाए जाने के प्रस्ताव पर फैसला होना है.
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला?
यूपीए सरकार-2 के समय फरवरी 2010 में इटली की कंपनी फिनमेक्कैनिका की सहायक कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ करार किया गया था.
करार के मुताबिक 3,600 करोड़ रुपये में 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीदे जाने थे. इन हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और दूसरे वीवीआईपी लोगों के लिए किया जाना था.
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