दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव के घर और 'आप' नेताओं के दिल्ली-एनसीआर में हुए 12 ठिकानों पर ED की छापेमारी पर AAP ने सवाल खड़े किए हैं. दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि ED ने इसलिए रेड किया ताकि अरविंद केजरीवाल को बदनाम किया जा सके.
'न कोई पूछताछ, न कोई कागजी कार्यवाही'
आतिशी ने कहा, "अरविंद केजरीवाल के PS के घर 16 घंटे की रेड और AAP के काषोध्यक्ष ND गुप्ता के घर 18 घंटों की रेड में ED ने एक भी कमरा सर्च नहीं किया. ED ने कोई कागज नहीं ढूंढे."
आप सुनकर हैरान हो जाएंगे. दोनों छापों पर ED के जो अफसर आए, उन्होंने ना ही कोई भी तलाशी की, कोई कागज नहीं ढूंढे, कोई पूछताछ नहीं की, ना कोई कागजी कार्यवाही करके बताया कि किस केस में रेड कर रहे हैं. ऐसा छापा शायद ED के इतिहास में पहली बार हुआ होगा.आतिशी, मंत्री, दिल्ली सरकार
'केजरीवाल और AAP को कुचलने की साजिश'
मंत्री आतिशी ने आगे कहा, "अब तो ED ने झूठे केस या जांच का कोई दिखावा भी छोड़ दिया. इन्होंने अपना असली रूप सामने रख दिया है. BJP की ED की ये पूरी जांच सिर्फ केजरीवाल और AAP को कुचलने की एक गंदी साजिश है."
किस मामले में हुई ED की रेड?
आम आदमी पार्टी के नेता और सीएम के निजी सचिव पर ये छापे दिल्ली जल बोर्ड में कथित मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले के किए गए थे. जांच एजेंसी का आरोप है कि दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता बरती गई हैं.
दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की FIR के आधार पर ED दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है.
CBI के FIR में आरोप लगाया गया है कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फ्लोमीटर की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और चालू करने के लिए टेंडर देते समय एक फर्म को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया है.
जानकारी के अनुसार, ED ने मंगलवार (6 फरवरी) को आम आदमी पार्टी के नेताओं के आवासों पर छापा मारा था. इसमें मुख्यमंत्री के निजी सचिव बिभव कुमार भी शामिल है. इसके अलावा AAP के काषोध्यक्ष ND गुप्ता के आवास पर भी ED के अधिकारियों ने छापा मारा था.
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