राज्यसभा (Rajyasabha) में विपक्षी नेताओं के सांसदों के साथ बदसलूकी के आरोप पर सफाई देते हुए केंद्र सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मेघवाल, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव , वी मुरलीधरन, अनुराग ठाकुर और प्रह्लाद जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सरकार ने विपक्ष पर संसद ना चलने देने का आरोप लगाया. प्रहलाद जोशी ने कहा कि विपक्ष ने संसद नहीं चलने दिया, राज्यसभा में जो हुआ वो बेहद शर्मनाक था. विपक्ष ने सिर्फ काम में रुकावट डाला. उन्होंने जो किया है वो बेहद शर्मनाक है. बता दें कि एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सांसदों और मार्शल के बीच धक्कामुक्की हो रही है.
कांग्रेस और उसकी मित्र पार्टियों ने पहले से ये तय कर लिया था कि हम इस बार संसद नहीं चलने देंगे. उन्होंने मंत्रियों का परिचय नहीं होने दिया, उन्होंने महत्वपूर्ण बिलों पर भी चर्चा नहीं होने दी. साढ़े सात साल भी वो जनादेश स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. खासकर कांग्रेस को ऐसा लगता है कि ये हमारी सीट थी और इसे मोदी जी ने आकर छीन लिया. उनकी इसी मानसिकता की वजह से ऐसी चीजें हो रही हैं.केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी
राहुल गांधी के बयान पर जोशी ने कहा कि लोकसभा-राज्यसभा ने इन दलों का क्या व्यवहार था. यह सब देश देख रहा है. मेरी मांग है कि अगर वह सदन की गरिमा और लोकतंत्र का सम्मान करते हैं तो वह माफी मांगें.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश की जनता इंतजार करती है कि उनसे जुड़े हुए विषयों को सदन में उठाया जाए, वहीं विपक्ष का सड़क से संसद तक एकमात्र एजेंडा सिर्फ अराजकता रहा. घड़ियाली आंसू बहाने की बजाय इनको देश से माफी मांगनी चाहिए.
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि मंगलवार को राज्यसभा में महिला सांसदों को पीटा गया. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "विपक्ष को सदन में अपने विचार रखने का मौका नहीं मिला और महिला सांसदों के खिलाफ कल की घटना लोकतंत्र के खिलाफ थी क्योंकि ऐसा लगा कि हम (विपक्ष) पाकिस्तान की सीमा पर खड़े हैं.
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