भारत ने जून के महीने में TikTok समेत 59 चाइनीज ऐप्स बैन कर दिए थे. केंद्र सरकार ने इसके पीछे डेटा सुरक्षा को कारण बताया था. हालांकि ये भी कहा जा रहा था कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई झड़प के बाद बढ़ा तनाव भी इसकी एक वजह हो सकती है. अब खबर आई है कि चीन ने भारत के साथ हुई एक बैठक के दौरान ऐप बैन के इस मुद्दे को उठाया है.
न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि एक बाइलेटरल मीटिंग के दौरान चीन ने इस मुद्दे का जिक्र किया. डिप्लोमेटिक स्तर की इस बैठक में चीन ने ये मुद्दा उठाया है.
सूत्रों ने बताया, "भारत ने चीन से कहा है कि ये कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है और वो अपने नागरिकों से जुड़े डेटा को नुकसान नहीं पहुंचने देना चाहता." जिन ऐप्स को सरकार ने बैन किया था, उनके बारे में इंटेलिजेंस एजेंसियों ने कहा था कि ये यूजर डेटा इकट्ठा कर रहे हैं और मुमकिन है कि उसे 'बाहर' भी भेज रहे हैं.
सरकार ने बैन पर क्या कहा था?
केंद्र सरकार की तरफ से इस बैन पर कहा गया था, "हमारे पास विश्वसनीय सूचना है कि ये ऐप ऐसे गतिविधि में लगे हुए थे, जिससे हमारी संप्रभुता और अखंडता और रक्षा को खतरा था, इसलिए ये कदम उठाए गए हैं.''
डेटा का संकलन, माइनिंग और प्रोफाइलिंग राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सही नहीं थे, जिससे हमारे देश की संप्रभुता और अखंडता प्रभावित हो रही थी और ये गहरी चिंता का विषय था और इस पर तत्काल कदम उठाने की जरूरत थी.सरकार का बयान
इस बैन के बाद TikTok इंडिया के हेड निखिल गांधी ने बयान जारी कर कहा था, "हमने भारत में अपने यूजर्स की जानकारी किसी विदेशी सरकार के साथ शेयर नहीं की है, चीनी सरकार के साथ भी नहीं. अगर हमसे भविष्य में कहा गया, तब भी हम ऐसा नहीं करेंगे. हमारी लिए सबसे अहम प्राइवेसी है."
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