Electoral Bond New Data Analysis: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने रविवार, 17 मार्च को चुनावी बॉन्ड के जरिए राजनीतिक पार्टियों को मिले चुनावी चंदे से जुड़ा ताजा डेटा अपलोड किया है. इनमें 12 अप्रैल 2019 से पहले बेचे और भुनाए गए चुनावी बॉन्ड भी शामिल हैं.
नए डेटा से पता चला है कि बीजेपी को 9 मार्च 2018-11 अप्रैल 2019 के बीच चुनावी बॉन्ड के जरिए 2,658.35 करोड़ रुपये मिले. वहीं कांग्रेस पार्टी को 530.1 करोड़ रुपये, तृणमूल कांग्रेस को 97.28 करोड़ रुपये और बीजू जनता दल (बीजेडी) को 239 करोड़ रुपये मिले.
चुनाव आयोग ने इससे पहले गुरुवार, 14 मार्च को 12 अप्रैल 2019 से लेकर 24 जनवरी 2024 तक बेचे और खरीदे गए चुनावी बॉन्ड पर डेटा जारी किया था. यह डेटा भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने चुनाव आयोग को मुहैया कराया था.
राजनीतिक पार्टियों को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए कुल कितना चंदा मिला?
नए डेटा के सामने आने के बाद अब आपको बताते हैं कि मार्च 2018 से जनवरी 2024 तक तमाम राजनीतिक दलों को कुल कितना चुनावी चंदा मिला. डिटेल्स नीचे हैं:
बीजेपी को कुल 8,718.85 करोड़ रुपये मिले. इसमें 12 अप्रैल 2019 से पहले प्राप्त 2,658.35 करोड़ रुपये और 12 अप्रैल 2019 के बाद प्राप्त 6,060.5 करोड़ रुपये शामिल हैं.
कांग्रेस को कुल 1,864.45 करोड़ रुपये मिले. 12 अप्रैल 2019 से पहले 530.1 करोड़ रुपये और 12 अप्रैल 2019 के बाद 1,334.35 करोड़ रुपये मिले.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) को चुनावी बॉन्ड के जरिए कुल 1,494.28 करोड़ रुपये मिले. 12 अप्रैल 2019 से पहले 97.28 करोड़ रुपये और उसके के बाद 1,397 करोड़ रुपये.
नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) ने चुनावी बॉन्ड से कुल 1,183.5 करोड़ रुपये कमाए. 12 अप्रैल 2019 से पहले उसे 239 करोड़ रुपये मिले और अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 के बीच उसे 944.5 करोड़ रुपये मिले.
कई सूचना के अधिकार (आरटीआई) जवाबों के अनुसार, एसबीआई ने मार्च 2018 से 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे हैं. चुनाव आयोग ने पहले गुरुवार को 12,516 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड का एसबीआई डेटा जारी किया था.
यानी कि बचे हुए 4,002 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड में से अकेले बीजेपी को 2,658.35 करोड़ रुपये मिले हैं. इसलिए, मार्च 2018 और अप्रैल 2019 के बीच बेचे गए कुल इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सभी पार्टियों को मिले कुल धन का लगभग 66 प्रतिशत भाग बीजेपी को मिला.
मार्च 2018 के बाद से बेचे गए कुल चुनावी बॉन्ड में भी ऐसा ट्रेंड देखा जा सकता है. 8,718.85 करोड़ पाने वाली बीजेपी को चुनावी बॉन्ड के जरिए प्राप्त सभी फंडिंग का 50 प्रतिशत मिला है.
रविवार को जारी चुनाव आयोग के आंकड़ों में अन्य क्षेत्रीय दलों को मिले चंदे का आंकड़ा भी शामिल है. उनके साथ इस स्टोरी को जल्द अपडेट किये जाएगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)