पाकिस्तानी सीमा में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के बाद चारों तरफ एक ही सवाल घूम रहा है कि आखिर कितने आतंकी इस हमले में मारे गए हैं. अमित शाह ने 250 आतंकियों का आंकड़ा दिया है. इस पर अब मीडिया जगत के जाने-माने चेहरे और डिफेंस मामलों के जानकारों ने भी सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं. सवाल पूछे जा रहे हैं कि आखिर मीडिया को आंकड़ा किसने दिया?
मीडिया को किसने दी 350 मौतों की खबर?
द वायर के फाउंडिंग एडिटर और रक्षा मामलों की अच्छी समझ रखने वाले सिद्धार्थ वरदराजन ने ट्वीट कर कहा, अगर भारतीय एयरफोर्स को स्ट्राइक में हुई मौतों का पता नहीं है तो किसने ये जानकारी दी है कि बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए हैं? अमित शाह को कहां से ये आंकड़ा मिला है कि बालाकोट में 250 आतंकवादी मारे गए हैं. मीडिया को किसने बताया है कि स्ट्राइक में 350 आतंकी मरे हैं?
रूलिंग पार्टी उठा रही फायदा
सीनियर जर्नलिस्ट शेखर गुप्ता रक्षा मामलों के एक्सपर्ट हैं. उन्होंने भी सत्ता में काबिज मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट किया, भारत वाकई एक यूनीक देश है जहां की एयरफोर्स ने दुश्मन के इलाके में घुसकर बमबारी करने का बहादुरी भरा रिस्क उठाया. लेकिन रूलिंग पार्टी इसे सनसनीखेज बनाकर पेश कर रही है.
इससे पहले इंडियन एयरफोर्स के चीफ बीएस धनोआ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हमारा काम लाशें गिनना नहीं है. आंकड़ा देना सरकार का काम है. हम बस ये देखते हैं कि कितने टारगेट हिट हुए हैं. जो टारगेट निशाना थे उन्हें हमने निशाना बनाया
विपक्ष भी खड़े कर रहा है सवाल
अमित शाह के एयर स्ट्राइक पर दिए गए आंकड़े के बाद विपक्षी पार्टियों ने भी जमकर सवाल दागे. कांग्रेस की तरफ से पी चिदंबरम, नवजोत सिंह सिद्धू और कपिल सिब्बल जैसे नेताओं ने उनसे इस आंकड़े का आधार बताने की बात कही. सभी नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने हित के लिए स्ट्राइक पर बयानबाजी कर रही है. अगर एयरफोर्स की तरफ से मौतों के बारे में आंकड़ा नहीं बताया गया तो किस आधार पर बीजेपी अध्यक्ष आंकड़ा बता रहे हैं?
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