राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप ने कोर्ट से तलाक की अर्जी वापस लेने की खबरों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि वह अपने फैसले पर अडिग हैं. तेज प्रताप ने फैमिली कोर्ट से निकलने के बाद कहा कि वे तलाक की अर्जी वापस नहीं लेंगे.
तेज प्रताप ने इसी महीने की शुरुआत में पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक लेने के लिए पटना के फैमिली कोर्ट में अर्जी दी थी.
तेज प्रताप के इस फैसले को लेकर लालू परिवार में हड़कंप मच गया था. तेज प्रताप ने कहा था कि उन्होंने परिवार के दवाब में आकर शादी की थी. उन्होंने कहा था कि ऐश्वर्या के साथ रहना मुश्किल है. वह घुट-घुटकर नहीं जीना चाहते, इसलिए तलाक चाहते हैं.
तेज प्रताप के वकील ने भी खबरों को किया खारिज
तेज प्रताप यादव के वकील अमित खेमका ने भी तलाक की अर्जी वापस लेने संबंधी खबरों को खारिज किया है. खेमका ने ट्वीट कर कहा, “मैं तेज प्रताप यादव का वकील हूं और पटना के फैमिली कोर्ट में उनका तलाक का केस देख रहा हूं. मीडिया में झूठी खबरें आ रही हैं कि तेज प्रताप ने तलाक का केस वापस ले लिया है.’
सुनवाई के लिए मथुरा से पटना लौटे थे तेज प्रताप
बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव कुछ दिनों तक मथुरा में रहने के बाद बुधवार को ही तलाक की अर्जी की सुनवाई में शामिल होने के लिए पटना लौटे थे.
शादी के महज छह महीने बाद ही तेज प्रताप ने बीते 1 नवम्बर को तलाक की अर्जी दाखिल की थी, उसके बाद से वह कुछ तीर्थस्थलों घूमने के बाद अपने आधा दर्जन मित्रों की मंडली के साथ 6 नवम्बर को अचानक वृन्दावन पहुंचे थे.
मथुरा में तेज प्रताप ने कुछ ऐसे बिताया वक्त
ब्रज प्रवास के दौरान उन्होंने पूरा समय या तो एक गेस्ट हाउस में एकांतवास के रूप में बिताया या फिर अलग-अलग तीर्थस्थल घूमते रहे. लेकिन मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाये रखी. बताया जाता है कि वह कुछ दिन गुप्त तौर पर गौड़ीय आश्रम में भी रहे. इस बीच उन्होंने ऑटो रिक्शा में बैठकर गिरिराज पर्वत की परिक्रमा की.
उन्होंने ब्रज चौरासी कोस की यात्रा में आने वाले चारों धाम के दर्शन किए. वृन्दावन में यमुना में नौका विहार किया. टटियास्थल के दर्शन किए. बरसाना में राधारानी के मंदिर में भी दर्शन किये. इस दौरान उन्होंने बिहार वन गोशाला में गायों के साथ समय बिताया. चमेली वन, वृंदादेवी, नंदभवन, गहवर वन, प्रिया कुण्ड, वृषभान कुण्ड, कीर्तिकुण्ड, सूर्यकुण्ड, अष्टसखी कुण्ड, खेलवन, गोकुल, महावन, दाऊजी के दर्शन किए.
वृन्दावन में उनके स्थानीय मित्र लक्ष्मण प्रसाद के मुताबिक, बुधवार को वह शेरगढ़ क्षेत्र में विहार वन होते हुए एक्सप्रेस-वे से दिल्ली पहुंचे और वहां से हवाई मार्ग से पटना पहुंचे. तेज प्रताप के मित्र ने उम्मीद जताई कि मामले की पैरवी के बाद वह अपने राजनीतिक जीवन में लौट जाएंगे और पहले की तरह सभी जिम्मेदारियों को निभाने का प्रयास करेंगे.
उन्होंने यह भी संभावना जताई कि वह बिहार विधानसभा के शीतसत्र में भाग लेंगे और क्षेत्रीय जनता के हितों के मुद्दे उठाएंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)