खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistan) गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) की हत्या की साजिश मामले के लिए भारत सरकार ने एक हाई हाई-लेवल कमेटी का गठन किया है. बुधवार, 29 नवंबर को विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी मीडिया के सामने रखी है. इससे पहले सरकार ने कहा था कि मामले में अमेरिका से मिले इनपुट की जांच चल रही है.
बता दें कि फाइनेंशियल टाइम्स ने पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट में दावा किया था कि अमेरिकी अधिकारियों ने पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया था और भारत सरकार को चेतावनी भी जारी की थी.
भारत पहले ही जांच करा रहा- अरिंदम बागची
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं पर गौर करने के लिए 18 नवंबर को एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया था. बागची ने कहा, "हम पहले ही कह चुके हैं कि द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग पर अमेरिका के साथ चर्चा के दौरान, अमेरिकी पक्ष ने संगठित अपराधियों, शूटर्स, आतंकवादियों और कुछ लोगों के बीच सांठगांठ से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए थे."
उन्होंने आगे कहा,
"हमने ये भी संकेत दिया था कि भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है क्योंकि वो हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी असर डालते हैं और संबंधित विभाग पहले से ही इस मुद्दे की जांच कर रहे थे."
बागची ने आगे कहा कि समिति के निष्कर्षों के आधार पर भारत जरूरी कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा, "इस संदर्भ में ये सूचित किया जाता है कि 18 नवंबर को भारत सरकार ने मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया था."
इससे पहले, सितंबर में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाए थे. हालांकि, कनाडा के आरोपों और इनपुट को भारत ने "बेतुका" कहकर खारिज कर दिया था, लेकिन अमेरिका के इनपुट पर जांच की बात की जा रही है.
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