हरियाणा (Haryana) के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा (Nuh Communal Violence) के बाद अब बुलडोजर एक्शन जारी है. शनिवार, 5 अगस्त को एसकेएम सरकारी मेडिकल कॉलेज के पास अवैध निर्माण को गिराया गया. जानकारी के मुताबिक, करीब 45 पक्के दुकानों को ध्वस्त किया गया.
पुलिस सूत्रों ने द क्विंट को बताया कि शनिवार को नाल्हर मेडिकल कॉलेज के पास कई प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर चलाया गया, उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई पूरे दिन अलग-अलग जगहों पर की जाएगी.
"ऐसा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्देश पर किया गया है. अतिक्रमण 2.5 एकड़ में फैला हुआ था. 45 पक्के निर्माण और 15 कच्चे निर्माणों को गिराया गया है. यह सब अवैध निर्माण थे. पता चला है कि इनमें से कुछ लोगों की हाल में हुई झड़पों में भी संलिप्तता थी."अश्विनी कुमार, SDM, नूंह
इसके साथ ही बताया कि कुछ लोग दंगों से जुड़े हुए थे. बाकि सारा अवैध निर्माणा था, इसलिए कार्रवाई हुई है. उन्होंने बताया कि सभी को नोटिस दिया गया था, इसके बाद ये कार्रवाई हुई है.
नूंह डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर विनेश कुमार ने कहा कि आज की कार्रवाई पूरी तरह से निष्पक्षपूर्ण है और भेदभाव रहित कार्रवाई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, सभी जमीन मालिकों को नोटिस दिया गया था, इसके बाद ये कार्रवाई की जा रही है.
दुकान मालिक लुकमान ने बताया कि उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया था. उनकी 5-7 दुकानों को तोड़ा गया है. जिससे उन्हें 25-30 लाख का नुकसान हुआ है.
मुश्ताक अहमद नाम के एक दुकानदार ने बताया कि उन्होंने साल 2012 में मेवात मेडिकल स्टोर नाम से दुकान खोली थी. मेरे पास ड्रग लाइसेंस था, कभी कोई दिक्कत नहीं हुई. दंगे में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि,
"दंगे में कोई शामिल नहीं था. सब किरायेदार थे. हमारा गांव तो यहं से 25 किलोमीटर दूर पड़ता है."
दुकान मालिक साउद ने कहा कि बिना वजह, नजायज तरीके से दुकानों को तोड़ा गया है. हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया था और अवैध तरीके से ये कार्रवाई हुई है. रजिस्ट्री के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें कोर्ट से जमीन का पोजेशन बहाल है. हम इसके हिस्सेदार-मालिक हैं.
तावडू में 250 झोपड़ियों पर चला बुलडोजर
नूंह के तावडू में "अवैध अप्रवासियों" की लगभग 250 झोपड़ियों को ध्वस्त किए जाने के एक दिन बाद ये कार्रवाई हुई है.
पुलिस ने कहा कि ये झुग्गियां बांग्लादेश से आए कथित अवैध अप्रवासियों की थी. कहा जाता है कि झुग्गियां पिछले चार वर्षों से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) की भूमि पर "अवैध" रूप से बनी थी.
'अवैध निर्माण थे'
जिला अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ अभियान चलाया और बाद में दावा किया कि झुग्गियां अवैध थीं.
ADGP (लॉ) ममता सिंह के OSD नरेंद्र बिरजानिया ने मीडिया को बताया, “हमने कार्रवाई की है और मुख्य रूप से ये निर्माण अवैध थीं. आप कोई अवैध ढांचा नहीं बना सकते और उसका इस्तेमाल कानून-व्यवस्था में बाधा डालने के लिए नहीं कर सकते.''
बता दें कि हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को धार्मिक यात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच विवाद हिंसा में बदल गई थी. जिसके बाद जमकर पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ हुई थी. नूंह में भड़की हिंसा में 2 होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो गई.
(इनपुट- परवेज खान)
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