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IIM कोलकाता के निदेशक को यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद पद से हटाया गया

IIM-C: डॉयरेक्टर के खिलाफ कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम, 2013 के तहत एक लिखित शिकायत मिली थी.

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भारत
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IIM-C यानी भारतीय प्रबंधन संस्थान कोलकाता ने अपने प्रभारी डॉयरेक्टर सहदेव सरकार को उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न (Sexual Assault) की शिकायत के बाद पद से हटा दिया है. संस्थान ने मंगलवार, 16 जनवरी देर शाम जारी एक बयान में कहा कि उसने आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की सिफारिश के आधार पर कार्रवाई की और आरोपों की जांच की जा रही है. आईआईएम- कोलकाता ने अगले वरिष्ठतम सदस्य, प्रोफेसर सैबल चट्टोपाध्याय को तत्काल प्रभाव से प्रभारी डॉयरेक्टर नियुक्त किया गया है.

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"संस्थान की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) को तत्कालीन प्रभारी डॉयरेक्टर सहदेव सरकार के खिलाफ कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के तहत एक लिखित शिकायत मिली थी. जिसके बाद आईसीसी ने यह निर्णय लिया है कि प्रथम दृष्टया शिकायत औपचारिक जांच की मांग करती है और इसकी सूचना बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (बीओजी) को दे दी गई है.''
IIM-C बोर्ड ऑफ गवर्नर्स

IIM-C बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने 6 जनवरी 2024 को एक विशेष बैठक हुई थी. जिसमें सहदेव सरकार सरकार को पद से हटाने की बाद कही गई थी. ICC ने आशंका व्यक्त की थी कि सरकार के पद पर रहते निष्पक्ष तरीके से जांच नहीं हो पाएगी. जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि उन्हें जांच पूरा होने तक निदेशक के पद से हटाया जाता है.

तीसरे निदेशक, जिन्होंने पूरा नहीं किया कार्यकाल

सहदेव सरकार अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले अपना पद छोड़ने वाले तीसरे आईआईएम कोलकाता के निदेशक बन गए हैं. उन्होंने तीन साल का ही कार्यकाल पूरा किया है. आईआईएम के निदेशक का कार्यकाल 5 साल का होता है.

इससे पहले, उत्तम कुमार ने अपने पांच साल के कार्यकाल के केवल दो साल की सेवा के बाद अगस्त 2023 में निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था. मार्च 2021 में तत्कालीन निदेशक अंजू सेठ ने अपने कार्यकाल के चौथे वर्ष में इस्तीफा दे दिया था.

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