यूक्रेन पर रूस के हमलों (Russia Attack Ukraine) को शुरू हुए 8 दिन से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है और युद्ध विराम की संभावना अब भी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही. इस बीच केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी. के. सिंह ने जानकारी दी है कि कीव से आ रहे एक भारतीय छात्र को गोली लग गई और उसे बीच रास्ते से ही वापस कीव ले जाया गया.
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को बाहर निकालने की तैयारियों का जायजा लेने पोलैंड पहुंचे वी. के. सिंह ने कहा कि
"आज खबर मिली कि कीव से आ रहे एक छात्र को गोली लग गई और उसे बीच रास्ते से ही वापस कीव ले जाया गया. हम कम से कम नुकसान में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं"केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी. के. सिंह
गौरतलब है कि अब तक यूक्रेन में फंसे 2 भारतीय छात्रों की रूसी हमले में मौत हो चुकी है. पंजाब के बरनाला का रहने वाले एक छात्र चंदन जिंदल (22) की स्ट्रोक जबकि कर्नाटक के रहने वाले नवीन की यूक्रेन में गोलीबारी में मौत हो गई है.
पुतिन का यूक्रेन में 3,000 भारतीय नागरिकों को बंधक बनाने जाने का दावा
भारत के यह कहने के कुछ घंटे बाद कि उसे किसी भी भारतीय छात्र को यूक्रेन बंधक की स्थिति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि 3,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को यूक्रेनी सेना द्वारा पूर्वी यूक्रेन के खार्किव स्टेशन पर रखा जा रहा है.
पुतिन की टिप्पणी के तुरंत बाद न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने यूक्रेनी और रूसी अधिकारियों के हवाले से कहा कि वे नागरिकों को निकालने के लिए सुरक्षित मानवीय गलियारों (Human Corridors) की व्यवस्था करने के लिए दुसरे दौर की वार्ता में एक अस्थायी समझौते पर पहुंचे हैं.
बुधवार रात को भी क्रेमलिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच फोन पर हुई बातचीत के अपने रीडआउट में भारतीयों को बंधक बनाए जाने की बात कही थी.
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