राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 17 सितंबर को कहा कि उसने अब तक इस्लामिक स्टेट (Islamic State) से जुड़े आतंकी हमलों के 37 मामलों की जांच की है. एजेंसी को जांच से पता चला है कि यह इस्लामी आतंकवादी समूह "लगातार ऑनलाइन प्रोपेगैंडा के माध्यम से भारत में अपना जाल फैलाने" का प्रयास कर रहा है.
NIA ने बयान जारी कर बताया है कि इन 37 मामलों में "कुल 168 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है…. 31 मामलों में आरोप पत्र दायर किए गए हैं, और 27 आरोपियों को मुकदमे के बाद दोषी ठहराया गया है."
भोले-भाले युवाओं को फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम से बना रहे निशाना- NIA
NIA के अनुसार इस इस्लामिक आतंकवादी समूह के द्वारा "भोले-भाले युवाओं को फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे खुले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निशाना बनाया जाता है."
NIA ने कहा कि एक बार जब कोई व्यक्ति IS की विचारधाराओं में रुचि दिखाता है, तो उसे एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके विदेशों में स्थित “ऑनलाइन हैंडलर्स के साथ बातचीत करने के लिए लुभाया जाता है”.
बयान में कहा गया है कि व्यक्ति के भोलेपन के आधार पर, हैंडलर उसका इस्तेमाल डिजिटल कंटेंट को अपलोड करने, आतंकवादी समूह के किताबों का क्षेत्रीय भाषा में ट्रांसलेट करने, मॉड्यूल तैयार करने, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) तैयार करने, टेरर फंडिंग और यहां तक कि हमले के लिए करते हैं.
एजेंसी ने भारतीय नागरिकों से यह भी अपील की कि अगर वे इंटरनेट पर ऐसी कोई गतिविधि देखते हैं, तो वे तुरंत 011-24368800 पर NIA अधिकारियों से संपर्क करें.
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