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जयशंकर ने कहा, इंदिरा गांधी ने मेरे पिता को हटाया, BBC डॉक्यूमेंट्री पर भी जवाब

BBC Documentary: एस जयशंकर ने कहा, 1984 में दिल्ली में बहुत कुछ हुआ था. हमने एक भी डॉक्यूमेंट्री क्यों नहीं देखी?"

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भारत
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार (21 फरवरी) को बीबीसी (BBC) के 'डॉक्यूमेंट्री' की आलोचना की. उन्होंने 'डॉक्यूमेंट्री' की टाइमिंग पर सवाल उठाया और कहा कि यह 'अचानक' नहीं हुआ है बल्कि 'दूसरे माध्यम से राजनीति' करने की कोशिश है. उन्होंने चुनौती दी कि जो लोग इसके पीछे हैं उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में आना चाहिए.

डॉ जयशंकर ने कहा, 'एक मुहावरा है-दूसरे तरीकों से युद्ध. इसके बारे में सोचें-यह अन्य तरीकों से राजनीति है. रिपोर्ट,ध्यान और विचारों में अचानक उछाल क्यों आया है? क्या इनमें से कुछ चीजें दोबारा नहीं होंगी?"

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1984 के दंगे पर क्यों नहीं बनी डॉक्यूमेंट्री?

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा,"आपको एक डॉक्यूमेंट्री बनानी है? 1984 में दिल्ली में बहुत कुछ हुआ था. हमने एक भी डॉक्यूमेंट्री क्यों नहीं देखी? आपको लगता है कि टाइमिंग एक्सीडेंटल है? मैं आपको एक बात बताता हूं-मुझे पता नहीं भारत और दिल्ली में चुनाव का मौसम शुरू हुआ है या नहीं लेकिन लंदन और न्यूयॉर्क में यह तय है कि चुनाव शुरू हो गया है."

एक दशक से हो रही ऐसी चीजें-जयशंकर

डॉ. जयशंकर ने कहा कि कई बार भारत में चल रही राजनीति यहां की नहीं बल्कि बाहर से आई होती है. उन्होंने कहा, "क्या आपको इसमें संदेह है? देखिए कौन खुश हो रहा है. क्या हो रहा है? यह एक दशक से चल रहा है."

भारत विरोधी एजेंडा आगे बढ़ाने की कोशिश-जयशंकर

विदेश मंत्री ने आगे कहा कि विदेशों में इस तरह की खबरों के पीछे का मकसद भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाना है. उन्होंने कहा, "हम सिर्फ एक डॉक्यूमेंट्री या एक भाषण पर बहस नहीं कर रहे हैं जो किसी ने यूरोपीय शहर में दिया है या एक अखबार में कहीं छपा है-हम वास्तव में राजनीति कर रहे हैं, जिसे मीडिया के रूप में दिखाया जा रहा है. आप कहते हैं कि यह सच की एक खोज है जिसे हमने 20 साल बाद इस समय लाने का फैसला किया है."

NGO, मीडिया का नाम बता कर रहे राजनीति-विदेश मंत्री

उन्होंने कहा, "यह उन लोगों की राजनीति है, जिनमें राजनीतिक क्षेत्र में आने का साहस नहीं है. वे यह कहते हैं कि हम एक NGO हैं, मीडिया संस्थान हैं और राजनीति कर रहे हैं."

इंदिरा गांधी ने मेरे पिता को कैबिनेट सचिव पद से हटाया-जयशंकर

इस दौरान विदेश मंत्री ने अपने पिता के साथ हुई एक घटना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जब 1980 में इंदिरा गांधी दोबारा सत्ता में आई तो उनके पिता डॉ. के.सुब्रमण्यम कैबिनेट सचिव के पद से हटा दिया गया. इसके बाद राजीव गांधी के कार्यकाल में उनके पिता से जूनियर अधिकारी को कैबिनेट सेक्रेटरी बनाया गया.

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