ADVERTISEMENTREMOVE AD

लालू प्रसाद यादव ने ‘राम’ के कंधे से बीजेपी पर व्यंग बाण छोड़ा

गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राम मंदिर को लेकर हो रही राजनीति पर लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हिंदुत्व और राम मंदिर को लेकर हो रही राजनीति पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है. उन्होंने एक के बाद एक तीन ट्वीट के जरिये राम के नाम पर राजनीति किये जाने पर अपने अंदाज में चुटकी ली है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

डूबते को 'राम' का सहारा

राष्ट्रीय जनता दल ने भले ही गुजरात विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हों, लेकिन पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव गुजरात चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते. गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान से एक दिन पहले शुक्रवार को लालू ने बीजेपी पर 'राम' नाम पर राजनीति करने को लेकर तंज कसा. हिंदी की पुरानी कहावत 'डूबते को तिनके का सहारा' की तर्ज पर लालू प्रसाद यादव ने ट्विटर पर लिखा कि, 'डूबते को “राम” का सहारा, तिनका पुराना हो गया'

‘मैं राम से वोट नहीं मांगता'

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर राम के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया और अपने आप से तुलना करते हुए एक और ट्वीट में चुटकी लेते हुए कहा - "मैं मेरे परम प्यारे 'राम' से वोट नहीं मांगता, बल्कि उस पालनहार से अमन, सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना करता हूं."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

'राम मेरे दिल में रहते हैं'

लालू यादव बीजेपी पर प्रहार करने के पूरे मूड आ चुके हैं. एक अन्य ट्वीट में लालू ने एक बार फिर खुद की तुलना करते हुए कहा, " मेरे राम मेरे दिल में सदैव मेरे अंग-संग रहते हैं. मैं उन्हें मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च में नहीं खोजता."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

लालू हमेशा अपने चुटीले अंदाज की वजह से चर्चा में रहते हैं. और ये तीनों ट्वीट उसी अंदाज की बानगी है. बता दें कि गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए 9 और 14 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होना है. चुनाव प्रचार के दौरान आरएसएस और बीजेपी के नेता अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बारे में बढ़-चढ़कर बयान दे रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×