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MP: स्कॉलरशिप के बहाने 7 आदिवासी छात्राओं से रेप का आरोप, महिला प्रोफेसर बनकर देता था झांसा

मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक 30 साल के शख्स पर कम से कम सात आदिवासी लड़कियों के साथ रेप का आरोप है.

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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी जिले (Sidhi District) में एक 30 साल के शख्स पर कम से कम सात आदिवासी लड़कियों के साथ रेप का आरोप है.

मध्य प्रदेश पुलिस ने बताया है कि आरोपी शख्स आदिवासी छात्राओं को स्कॉलरशिप देने के बहाने उनका रेप कर रहा था. इसके लिए आरोपी ने आवाज बदलने वाले मोबाइल ऐप की मदद ली थी और महिला प्रोफेसर की आवाज में छात्राओं से बात करता था. पुलिस के मुताबिक इसमें कई लोग शामिल हैं.

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आरोपी इतने शातिर थे कि वो स्कूल की एक लेडी टीचर के नाम से स्कॉलरशिप दिलाने के लिए छात्राओं को पहले फोन किया करते थे. आरोप है कि उसके बाद सुनसान जगह पर छात्राओं को बारी-बारी से बुलाया जाता था और फिर उनका रेप किया जाता था. 

प्रशासन की ओर से कार्रवाई करते हुए इस मामले के मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति के गांव अमरवाह पहुंचकर उसके घर पर बुलडोजर चलाया गया. इस मौके पर अपर कलेक्टर एसडीम एसडीओपी डीएसपी सहित कई थाना प्रभारी और भारी पुलिस बल मौजूद थी.

कैसे सामने आया मामला?

पुलिस के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ 4 रेप सर्वाइवर छात्राओं ने मामले की शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.

रीवा जोन के आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बोले, "मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति और उसके साथी राहुल प्रजापति और संदीप प्रजापति और लवकुश प्रजापति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही वैधानिक रूप से कार्रवाई की जा रही है और पूछताछ भी की जा रही है. आरोपियों ने 7 छात्राओं के साथ दुष्कर्म की घटना को कबूला है जिसमें से चार छात्राओं ने मझौली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है."

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया कि आरोपी एक मजदूर है जिसने यूट्यूब पर एप्लिकेशन का उपयोग करना सीखा. पुलिस ने कहा कि उसने सह-आरोपियों राहुल प्रजापति और संदीप प्रजापति की मदद से पहले सर्वाइवर का फोन नंबर हासिल किया.

रिपोर्ट के अनुसार सीधी पुलिस अधीक्षक रवीन्द्र वर्मा ने बताया

“उसने उस महिला को छात्रवृत्ति के पैसे दिलाने का वादा करके एक सुनसान जगह पर बुलाया. खुद को कॉलेज की महिला प्रोफेसर बताते हुए उसने महिला से कहा कि उसका बेटा उससे मिलेगा और उसे अपने घर ले जाएगा, जहां छात्रवृत्ति दी जाएगी. इसके बाद आरोपी उसे जंगली इलाके में एक सुनसान जगह पर ले गया, जहां उसने बलात्कार किया.''

मामले पर राजनीतिक सुगबुगाहट

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इस मामले को लेकर बीजेपी पर हमलावर दिखे.

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "सीधी जिले में स्कॉलरशिप का झांसा देकर सात आदिवासी छात्राओं से बलात्कार का समाचार अत्यंत व्यथित करने वाला हैत. पुलिस का कहना है कि और भी लड़कियां इसका शिकार हो सकती हैं अर्थात बलात्कार पीड़ित आदिवासी लड़कियों की संख्या 7 से अधिक भी हो सकती है. देश अब तक भूला नहीं है कि इसी सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के सिर पर बीजेपी के नेता ने पेशाब की थी."

"क्या मध्य प्रदेश में आदिवासी समुदाय की लड़कियां निर्भय होकर कॉलेज में पढ़ाई भी नहीं कर सकतीं? ऐसे हालात में "बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ" के नारे का क्या अर्थ रह जाता है? मध्य प्रदेश पहले ही आदिवासी अत्याचार और महिलाओं पर अत्याचार में नंबर वन है. कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार का समाचार सामने न आता हो. मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि सभी पीड़ित छात्राओं को समुचित आर्थिक सहायता दी जाए. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए. बेटियों से अत्याचार में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाए?"
कमलनाथ, कांग्रेस नेता

आदिवासी छात्रों के साथ हुई इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "सीधी जिले के मझौली थाना में आदिवासी छात्राओं से स्कॉलरशिप देने का लालच देकर गलत कार्य करने का मामला मेरे संज्ञान में आया है. आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. ऐसा निंदनीय कार्य करने वाले समाज के दुश्मन हैं, आरोपी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. इस मामले के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करने और ठोस साक्ष्य संकलित करने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. जो संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा."

इनपुट- अब्दुल वसीम अंसारी

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