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अवैध AK-47 पर दनादन बोल रहे MLA अनंत सिंह पुलिस को चकमा देकर गुम

अनंत सिंह की छवि शुरू से ही ‘दबंग’ बाहुबली की रही है.

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भारत
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बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह का पुलिस के साथ 'लुका-छिपी' का खेल फिर शुरू हो गया है. अवैध हथियार रखने के मामले में पुलिस देर रात अनंत सिंह को गिरफ्तार करने पटना स्‍थ‍ित उनके सरकारी आवास पर पहुंची, लेकिन वे पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने विधायक के एक करीब छोटन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

अनंत सिंह मोकामा से निर्दलीय विधायक हैं. उनके गांव के घर से पुलिस ने AK-47 राइफल बरामद की थी, जिसके बाद से उन पर कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही थी.

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पुलिस का कहना है कि घर पर छापे के दौरान विधायक की पत्‍नी ने उनके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दी. पुलिस अब विधायक के खिलाफ आगे कार्रवाई करेगी.

गिरफ्तारी से पहले मीडिया को दे रहे थे इंटरव्‍यू

जब से पुलिस ने मोकामा में अनंत सिंह के पैतृक गांव के घर से AK-47 की है, तब से अनंत सिंह इस पर सफाई देते फिर रहे थे. अनंत सिंह मीडिया के सामने ये दावा कर रहे थे कि पुलिस उनके उस घर से राइफल बरामद की है, जिस घर में उन्‍होंने एक दशक से पांव भी नहीं रखा है. उन्‍होंने इस पूरे घटनाक्रम को 'साजिश' करार दिया और इसके पीछे सत्ताधारी JDU के सांसद ललन सिंह का हाथ बताया.

बता दें कि राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह मुंगेर लोकसभा सीट से जेडीयू के सांसद हैं, जिसके तहत मोकामा विधानसभा क्षेत्र पड़ता है. ललन सिंह ने इस सीट पर मोकामा से विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को भारी अंतर से हराया था. नीलम देवी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं.

अब तक मीडिया के सामने खुलकर अपनी बातें रखने वाले विधायक को जब अपनी गिरफ्तारी का अंदेशा हुआ, तो वे दबे पांव फरार हो गए.

बाहुबली के खिलाफ केस दर्ज

इससे पहले पुलिस ने अनंत सिंह के पैत्रिक गांव लदमा से हथियार, गोली और हैंड ग्रेनेड बरामद होने का दावा करते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. पुलिस ने जिन धाराओं के केस दर्ज किया है, उसमें गिरफ्तारी तय है.

नीतीश राज में तीसरी बार होगी जेल!

बता दें कि अनंत सिंह की छवि दबंग बाहुबली नेता की रही है. इससे पहले साल 2008 में एक जर्नलिस्‍ट की बुरी तरह पिटाई के आरोप में वे जेल गए थे. साल 2015 में भी RJD के लोगों से मारपीट के आरोप में उन्‍हें सलाखों के भीतर जाना पड़ा था. अगर ताजा मामले में कानून का शिकंजा कसता है, तो ये तीसरा मौका होगा, जब वे नीतीश राज में जेल जाएंगे.

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