Parliament Security Breach: संसद में स्मोक अटैक कांड के मुख्य आरोपी ललित झा के माता-पिता ने अपने बेटे को निर्दोष बताया है. उन्होंने कहा मेरा बेटा निर्दोष है. उसे इंसाफ दिलाने के लिए कोर्ट की शरण लूंगा. इसके साथ ही, ललित के माता-पिता ने बताया कि ललित ने माता-पिता को दरभंगा की ट्रेन में बिठा दिया था और दिल्ली रवाना हो गया.
ललित झा दरभंगा जिला के बहेड़ा थाना इलाके के रामपुर उदय गांव का निवासी है. संसद में घुसकर प्रदर्शन करने का आरोपी दरभंगा से है, इसकी सूचना मिलते ही बिरौल एसडीपीओ मनीष चन्द्र चौधरी पुलिस बल के साथ ललित झा के पैतृक घर पहुंच गए. पुलिस ने ललित के परिजनों से पूछताछ की. हालांकि, पुलिस प्रशासन इस मामले में कुछ भी नहीं बता रही है.
वहीं, ललित के पिता देवानंद झा कोलकाता में रहकर पुरोहित का काम करते हैं. ललित की गिरफ्तारी के बाद से मां का रो-रोकर बुरा हाल है.
ललित के पिता देवानंद झा ने बेटे पर लगे आरोपों पर कहा...
"मेरे घर में टीवी भी नहीं है. आसपास के लोगों ने बेटे की गिरफ्तारी की सूचना दी. मेरा बेटा निर्दोष है. वह अच्छा लड़का है. पढ़ाई लिखाई के कारण मिथिलांचल परिषद से उसे पुरस्कार भी मिला था. ललित का किसी प्रकार का कोई खराब एक्टिविटी नहीं था. वह दिल्ली में ट्यूशन के साथ कोचिंग में भी पढ़ाता था."
ललित झा की माता मंजुला झा ने रोते हुए कहा "मेरा लड़का बहुत ही अच्छा है. यह कैसे हो गया, हमें कुछ समझ में कुछ नहीं आ रहा है. 10 दिसंबर को हम दोनों को दरभंगा जाने के लिए ट्रेन पर बिठाकर वो निकल गया."
मंजुला झा ने आगे बताया....
"इस गतिविधि के बारे में आज तक किसी प्रकार की बात नहीं हुई, ना ही इस तरह की कोई गतिविधि देखने को मिली. मैं इस बात की शिकायत को लेकर न्यायालय की शरण मे जाऊंगी. हमारा बेटा इस प्रकार का नहीं है. आप किसी से भी पूछ लीजिए."
कोलकाता से की पढ़ाई
बता दें कि संसद गैस कांड में ललित मोहन झा तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर है. वो अपने परिवार साथ कोलकाता में रहता था. उसने कोलकाता से बीए की पढ़ाई पूरी की, इसके बाद वो घर-घर जाकर ट्यूशन पढ़ाया करता था.
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