PM Modi Government White Paper: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूपीए सरकार के तहत भारतीय अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए एक 'श्वेत पत्र' संसद में पेश किया है. इस 'श्वेत पत्र' में मोदी सरकार ने यह आरोप लगाया है कि यूपीए सरकार को एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी, जो अधिक सुधारों के लिए तैयार थी, लेकिन अपने 10 वर्षों में उसने इसे नॉन परफॉर्मिंग (जो रिजल्ट न दे) बना दिया.
आइए आपको बताते हैं कि मोदी सरकार के लाए इस 'श्वेत पत्र' में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली 10 सालों की UPA सरकार पर क्या कुछ आरोप लगाए गए हैं:
जब 2014 में एनडीए सरकार ने सत्ता संभाली, तो अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में थी, बल्कि संकट में थी. हमें (मोदी सरकार) एक दशक से कुप्रबंधित अर्थव्यवस्था को ठीक करने और इसके बुनियादी सिद्धांतों को सुदृढ़ हालत में लाने की जटिल चुनौती का सामना करना पड़ा.
तब (2014 से पहले), भारत 'नाजुक पांच' अर्थव्यवस्थाओं में से था. लेकिन अब, हम 'शीर्ष पांच' अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं. हम हर साल वैश्विक विकास में तीसरा सबसे बड़ा योगदान देते हैं.
तब, दुनिया ने भारत की आर्थिक क्षमता और गतिशीलता पर विश्वास खो दिया था. अब, अपनी आर्थिक स्थिरता और विकास की संभावनाओं के साथ, हम दूसरों में आशा जगाते हैं.
तब, हमारे यहां घोटालों से भरे 12 दिनों वाले कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित हुए थे. अब, हमने 2023 में उससे बहुत बड़े और साल भर चलने वाले G20 प्रेसीडेंसी की सफलतापूर्वक मेजबानी की. भारत ने कंटेंट, सर्वसम्मति और लॉजिस्टिक्स के मामले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए, वैश्विक समस्याओं के लिए स्वीकार्य समाधान प्रदान किया.
तब, हमारे पास 2जी घोटाला था. अब, हमारे पास सबसे कम रेट में एक व्यापक आबादी तक 4G का कवरेज है और 2023 में दुनिया के सबसे तेज 5G प्रसार है.
तब, हमारे सामने कोलगेट घोटाला था. अब, हमने अर्थव्यवस्था और सार्वजनिक वित्त को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के लिए पारदर्शी और उद्देश्यपूर्ण नीलामी के लिए सिस्टम बनाया है.
तब हमने कुछ चुने हुए लोगों को सोना आयात करने का लाइसेंस प्रदान किया. अब, हमने आयात के लिए एक पारदर्शी तंत्र के साथ GIFT IFSC में एबुलियन एक्सचेंज स्थापित किया है.
तब, हमारी अर्थव्यवस्था 'दोहरी बैलेंस शीट समस्या' का सामना कर रही थी. अब, हमने अर्थव्यवस्था को कंपनियों के साथ-साथ बैंकिंग क्षेत्र के लिए 'दोहरे बैलेंस शीट लाभ' में बदल दिया है, जिसमें निवेश और ऋण बढ़ाने और रोजगार पैदा करने की पर्याप्त क्षमता है.
तब, हमारी महंगाई दर दोहरे अंक में थी. अब, महंगाई को 5 प्रतिशत से थोड़ा कम कर दिया गया है.
तब, हमारे सामने विदेशी मुद्रा संकट था. अब, हमारे पास 620 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा भंडार है.
तब, हमारे पास विकास कार्यक्रमों की छिटपुट कवरेज थी. अब, हमारे पास सभी के लिए बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान करने के लिए 'संतृप्ति कवरेज' है.
संक्षेप में, हमारी सरकार के दस वर्षों में हासिल की गई प्रगति ने यूपीए सरकार के पिछले दस वर्षों की अस्वस्थता और पैरालिसिस को दूर कर दिया है. 2024 में, आत्मविश्वास और उद्देश्य ने 2014 के संदेह और बहाव की जगह ले ली है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)