उत्तर प्रदेश के बनारस में विख्यात काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में तैनात पुलिसकर्मी भी अब कुर्ता- धोती पहन कर ड्यूटी करेंगे. गर्भ गृह में संस्कारी माहौल बना रहे, इस लिहाज से ये फैसला लिया गया है, जिस पर काफी समय से विचार चल रहा था.
बाबा के दरबार में पुलिसकर्मियों के लिए नया ड्रेस कोड
गर्भ गृह में लगे पुलिसकर्मी धोती और कुर्ता पहनेंगे, जवानों के धोती कुर्ता पहनने को लेकर पहले से ही चर्चा हो रही थी.
गर्भगृह में तैनात सुरक्षाकर्मियों के ड्रेस कोड को लेकर काफी समय से बात चल रही थी, कि विश्वनाथ के गर्भगृह में शुद्धता बनाये रखने के लिए गर्भगृह में तैनात सुरक्षाकर्मियों के वस्त्रों को बदला जाये. काफी दिनों से चली आ रही इस प्रकिया पर सोमवार से मंगला आरती के बाद से पुलिसकर्मियों के लिए कुर्ता-धोती परिधान लागू कर दिया गया.
बताया जा रहा है कि बार- बार मना करने के बावजूद कई बार पुलिसकर्मी चमड़े का बेल्ट पहनकर ड्यूटी पर आ जाते हैं, जिससे गर्भगृह में असहज स्थिति हो जाती थी. विदेशी महिलाओं की कुछ दिनों तक जींस टी शर्ट पर मंदिर में पाबंदी थी, जो ज्यादा समय तक नही चल पायी.
पीएमओ के सुझाव पर बदली वर्दी
गर्भगृह में पुलिस कर्मियों का ड्रेस बदलने को लेकर पीएमओ ने सुझाव दिया था. लेकिन पुलिस की वर्दी बदलने को लेकर कुछ क़ानूनी अड़चन बतायी जा रही थी. ऐसे में गर्भगृह से पुलिसकर्मियों को हटा पूर्व सैनिकों को रखने पर भी मंथन चला . लेकिन फरवरी में आयी पीएमओ टीम के साहस देने के बाद मंदिर प्रशासन ने सोमवार मंगल आरती से पुलिसकर्मियों की नये ड्रेस में तैनाती की व्यवस्था की.
सफेद धोती,पीला कुर्ता नया ड्रेस कोड
खाकी वर्दी वाले पुलिसकर्मियों को गर्भ गृह में पीले रंग का कुर्ता और सफेद धोती पहननी है. हालांकि इसको लेकर परेशानी भी शुरू हो गयी है. क्योंकि यहां पुलिसवालों की स्थाई ड्यूटी नहीं होती है. वो कुछ ही दिनों के लिए आते हैं और सुरक्षा को देखते हुए भी मंदिर में ही पुलिसवालों की तैनाती बदलती रहती है. ऐसे में पुलिसवालों की फिटिंग के ड्रेस और उसकी साफ सफाई भी बड़ी समस्या है.
शाम 4 से रात 12 बजे तक की शिफ्ट में कुछ सिपाहियों का कहना है कि जो कपड़े पहली शिफ्ट के लोग पहनते हैं उसे हम लोग कैसे पहनेगें ,क्योंकि वो साफ नहीं होगा, ड्यूटी के दौरान कई बार कपड़े अशुद्ध हुये होंगे, ऐसे में उसे दूसरा कैसे पहनेगा? हालांकि, अभी मजबूरी में तो पहनना पड़ रहा है, लेकिन इस पर भी ध्यान देना होगा.
पुलिस को पुजारी समझ श्रद्धालु भिड़े
पुलिसवालों ने ड्रेस तो पुजारियों जैसी पहन ली है, लेकिन हेकड़ी तो पुलिस वाली ही है. वहीं दूसरी ओर श्रद्धालु उन्हें पुजारी जानकर उनकी सुन नहीं रहे हैं, जिसके कारण पहले ही दिन दोनों के बीच खूब नोकझोंक हुई और इसकी वजह से लंबी लाइन लगी रही.
तीन शिफ्ट में होती है ड्यूटी
मंदिर में तीन शिफ्ट में ड्यूटी होती है. गर्भगृह में 6 पुलिसवालों की तैनाती होती है. नया ड्रेस कोड सिर्फ गर्भ गृह में लागू होगा. इसके अलावा मंदिर की दूसरे पोस्टों पर पुलिस की तैनाती सामान्य वर्दी में ही होगी.
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