जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला करीब 8 महीने बाद आज हिरासत से रिहा हो गए. उनकी रिहाई का सोशल मीडिया पर कांग्रेस और दूसरे नेताओं ने स्वागत किया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उमर अब्दुल्ला का स्वागत करते हुए लिखा कि अब वक्त आ गया है जब केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी उनके मौलिक अधिकार वापस दे दे.
“ये जानकर काफी खुशी हुई कि उमर अब्दुल्ला का असंवैधानिक और अलोकतांत्रित डिटेंशन आखिरकार खत्म हुआ. अब वक्त आ गया है कि सरकार जन्मू-कश्मीर के लोगों को भी उनके लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार वापस कर दे.”प्रियंका गांधी, कांग्रेस महासचिव
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी उमर अब्दुल्ला की रिहाई का स्वागत किया. थरूर ने ट्विट पर लिखा, "शायद COVID-19 लॉकडाउन भी डिटेंशन को अनावश्यक बना दे? प्लीज अब बिना किसी देरी के महबूबा मुफ्ती और बाकी सभी राजनीतिक डीटेनी को रिहा करें!"
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस लीडर की रिहाई पर खुशी व्यक्त की. उन्होंने पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन रोज और दूसरे नेताओं की भी रिहाई की मांग की.
CPI (M) नेता ने लिखा, “हम उमर अब्दुल्ला की रिहाई का स्वागत करते हैं. इसके तुरंत बाद, महबूबा मुफ्ती, शाह फैसल और जम्मू-कश्मीर के बाहर और हिरासत में रखे गए हजारों लोगों को रिहा किया जाना चाहिए. COVID19 पर राष्ट्रव्यापी क्लैंपडाउन को देखते हुए, ये जरूरी है.”
“जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं”
नजरबंदी से रिहाई के बाद उमर कहा कि मुझे एहसास है कि हम जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, "हमारे जो भी लोग हिरासत में लिए गए हैं उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए.
उमर अब्दुल्ला ने ये भी कहा कि, हमें कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सरकार के आदेशों का पालन करना चाहिए.अब्दुल्ला ने कहा, “जो लोग आज भी हिरासत में हैं वो महबूबा मुफ्ती हों या मेरे नेशलन कॉन्फ्रेंस के लोग हों या किसी के भी हों. इस मुश्किल हालात में कम से कम उनको अपने रिश्तेदारों को लौटा दीजिए और जो हमारा 3जी, 4जी नेटवर्क है वो हमें लौटा दीजिए.”
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)