लोकसभा चुनाव खत्म हो जाने के बाद "इंडिया" अलायंस अपने नेता का चयन कर रही है. इसी बीच कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाए जाने को लेकर एकमत से प्रस्ताव पास कर दिया है. हालांकि राहुल गांधी ने इसपर कोई फैसला लेने के लिए वक्त मांगा है. इसकी जानकारी कांग्रेस के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार, 8 जून को एक प्रेस कांफ्रेस में दी.
कांग्रेस वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, "कांग्रेस वर्किंग कमिटी ने सर्वसम्मति से श्री राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने का अनुरोध किया है." वेणुगोपाल ने आगे कहा कि चुनाव के दौरान हमने बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं के मुद्दे और सामाजिक न्याय जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए. इन मुद्दों को अब संसद के अंदर और अधिक प्रभावी ढंग से उठाने की आवश्यकता है. संसद में इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए राहुल जी सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं.
'राहुल गांधी जल्द ही निर्णय लेंगे'- केसी वेणुगोपाल
इस बात पर जब केसी वेणुगोपाल से पूछा गया कि क्या राहुल गांधी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका स्वीकार की है, तो उन्होंने कहा कि वह बहुत जल्द इस पर निर्णय लेंगे.
वेणुगोपाल ने कहा कि हमारे नेता और कार्यकर्ताओं के जोश के साथ ही कांग्रेस का भी पुनरुद्धार शुरू हो गया है. आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी का माहौल पिछले चार महीने की तुलना में पूरी तरह से अलग है.
कांग्रेस वर्किंग कमिटी के प्रस्ताव में चुनाव अभियान के दौरान राहुल गांधी के प्रयासों की प्रशंसा की गई.
कांग्रेस वर्किंग कमिटी के प्रस्ताव में आगे कहा गया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मुख्य रूप से "भारत जोड़ो यात्रा" और "भारत जोड़ो न्याय यात्रा" के कारण अलग से चुना जाना चाहिए. क्योंकि राहुल गांधी ने दोनों यात्राओं को जिस तरह से डिजाइन और नेतृत्व किया, ये उनकी सोच और व्यक्तित्व को दर्शाती है.
कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेतृत्व में "इंडिया" अलायंस ने लोकसभा चुनाव 2024 में बेहतर प्रदर्शन किया है. "इंडिया" अलायंस अब मजबूती के साथ संसद में विपक्ष की भूमिका निभाने की सोच रही है.
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