राजस्थान (Rajasthan) में हर दिए 74 लोग गुम हो रहे हैं. कोविड काल के बाद अचानक लापता होने वालों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. राजस्थान गृह विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पुलिस में 2021 में 26760 लोगों के गुम होने से जुड़े मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें बच्चे और वयस्क दोनों शामिल हैं.
हैरान करने वाला आंकड़ा ये है कि इनमें से आज भी 6545 लोग लापता है. इन्हें पुलिस तलाश नहीं कर सकी है. लापता होने वालों में ज्यादा संख्या महिलाओं की सामने आ रही है. 2021 में ही लापता होने वाली महिलाओं का आंकड़ा 12158 दर्ज किया गया. इसमें से 4334 महिलाओं का पता नहीं लगाया जा सका. पुलिस में दर्ज मामलों में, लापता होने वालों में वयस्कों की संख्या बच्चों से ज्यादा है.
पुलिस में दर्ज शिकायतों को देखें तो साल 2019 की तुलना में साल 2020 में कुल गुमशुदा लोगों (वयस्क, अवयस्क सहित) की संख्या में कमी आई है. वहीं 2021 में बढ़ोतरी हुई है. साल 2019 में कुल 25123, 2020 में 20851 और सााल 2021 में 26760 लोग गुम हुए हैं.
प्रदेश में 2021 में बच्चों के लापता होने के आंकड़ों में तेजी आई है. 2019 में 4437 बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज की गई. वहीं ये आंकड़ा 2020 में कम होकर 3387 रहा. लेकिन 2021 में लापता होने वाले बच्चों की संख्या में बहुत तेजी से इजाफा हुआ. इस दौरान 4882 बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई. हालांकि, बच्चों के लापता होने की शिकायत में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ज्यादातर बच्चों को बरामद कर लिया.
वयस्क और अवयस्क दोनों तरह के दर्ज मामलों में गुम होने वाली महिलाओं की संख्या ज्यादा है. हर दिन 11 बच्चियां और 45 वयस्क महिलाएं गायब हुईं. 2021 में गायब हुए अवयस्कों की संख्या 4882 रही. इसमें से 4085 बच्चियों के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई गई. इनमें से 481 बच्चियों को पुलिस बरामद नहीं कर सकी. वहीं वयस्क 16492 में रही. इनमें से 4334 आज भी लापता है.
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