राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता मनमोहन वैद्य ने कहा है कि अगले तीन सालों में संघ देश के हर मंडल तक पहुंच जाएगा. वैद्य अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (ABPS) की तरफ से आयोजित एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित कर रहे थे. ABPS संघ की राष्ट्रीय स्तर की सालाना बैठक है, जो 19 मार्च से बेंगलुरु में शुरू हुई.
मनमोहन वैद्य ने कहा, "संघ का नेटवर्क फैल रहा है और अगले तीन सालों में आरएसएस देश के हर मंडल तक पहुंच जाएगा." आरएसएस के डिप्टी महासचिवों में से एक वैद्य ने ये भी कहा, "पब्लिक में आरएसएस को जानने की उत्सुकता बढ़ रही है."
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जो खुद को ‘संघ के साथ जोड़ रहे हैं.’
'संघ बढ़ रहा है'
संयुक्त महासचिव वैद्य ने कहा कि संघ के जवान सदस्यों की संख्या बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा. "जिन लोगों ने संघ की सदस्यता नहीं ली है, वो भी सामाजिक बदलाव के लिए संघ के साथ काम करने की उत्सुकता दिखा रहे हैं."
वैद्य ने कहा कि ये सब ध्यान में रखते हुए आरएसएस देश में अपनी शाखाएं बढ़ाना चाहता है.
संघ की शाखाओं के 11 फीसदी 40 साल से ज्यादा उम्र वालों की है. मनमोहन वैद्य ने कहा. "इसका मतलब है कि करीब 90 फीसदी शाखाएं जवान लोगों की है. इसमें से करीब 60 फीसदी छात्रों की है."
राम मंदिर निर्माण के बारे में वैद्य ने कहा, “राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर नहीं है. ये भारत की संस्कृति का प्रतीक है. लोग राम में भरोसा करें या न करें लेकिन राम को भारत की संस्कृति का प्रतीक माना जा चुका है.”
मनमोहन वैद्य ने कहा कि आरएसएस कोरोना महामारी से लड़ रहा है और देश में 92,656 जगहों पर लोगों को राहत दे रहा है. उन्होंने कहा, "आरएसएस के वेलफेयर विंग सेवा भारती के जरिए संगठन के 5.60 लाख कार्यकर्ता को काम पर लगाया गया था."
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