ADVERTISEMENTREMOVE AD

भगवान राम की मदद के लिए नहीं आए थे ऊंची जाति के लोग- सत्यपाल मलिक

गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिया बयान

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

जम्मू-कश्मीर के पूर्व और गोवा के मौजूदा राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बयान दिया है, जिस पर बवाल हो सकता है. मलिक ने कहा है कि ऊंची जाति के किसी भी व्यक्ति ने भगवान राम की मदद नहीं की थी. सत्यपाल मलिक ने अपने पहले आधिकारिक भाषण में कहा कि जब भगवान राम को अयोध्या से वनवास भेजा गया था और जब वो सीता को वापस लाने के लिए रावण से युद्ध कर रहे थे, तब ऊंची जाति के किसी व्यक्ति ने उनकी मदद नहीं की थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

निचली जाति के लोगों ने की थी मदद

सत्यपाल मलिक ने कहा कि भगवान राम की मदद करने ऊंची जाति के लोग नहीं बल्कि पिछड़ी जाति के लोग सामने आए थे. उन्होंने कहा, आदिवासी और निचली जाति के लोगों ने वनवास के दौरान भगवान राम की मदद की थी. पणजी से 35 किलोमीटर दूर दक्षिण गोवा के पोंडा शहर में दूसरे आदिवासी स्टूडेंट्स कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने भाषण में मलिक ने कहा,

“अयोध्या में भगवान राम के लिए भव्य मंदिर बनाए जाने की चर्चा पूरे देश में हो रही है. एक भव्य राम मंदिर बनाया भी जाएगा. मैं हर दिन ऊंची रैंक वाले संतों और महंतों के भाषण सुनता हूं. वे जब भी अपना दृष्टिकोण बताते हैं, वे रामलला की मूर्ति और राम दरबार के बारे में बोलते हैं.”

मलिक ने तीन नवंबर को गोवा के राज्यपाल का पदभार संभाला था, जिसके बाद उन्होंने पहली बार सार्वजनिक तौर पर भाषण दिया है. उन्होंने कहा, "केवट और शबरी की मूर्ति के बारे में कोई नहीं बोलता है. जब राम की पत्नी व माता सीता का अपहरण हुआ था, तब राम के भाई अयोध्या के राजा थे. तब अयोध्या से एक भी सैनिक, एक भी व्यक्ति उनकी (राम) मदद के लिए नहीं आया था. जब वह (राम) श्रीलंका के लिए निकले थे, तब उनके साथ आदिवासी, और सिर्फ निचली जाति के लोग थे. क्या कोई मुझे बता सकता है कि ऊंची जाति के किसी भी व्यक्ति ने उनके साथ लड़ाई में मदद की थी?"

उन्होंने कहा कि जब मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया जाएगा, तब वह मंदिर के दरबार हाल में भगवान राम के बगल में केवट और शबरी की मूर्ति स्थापित करने के लिए पैरवी करेंगे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×