यूपी की राजधानी लखनऊ में हुए विवेक तिवारी मर्डर केस के बाद पब्लिक और पुलिस के बीच पोस्टर वॉर छिड़ चुका है. पब्लिक सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मुहिम चला रही है. वहीं अब जबाव में पुलिस की ओर से भी सोशल मीडिया पर पोस्टर शेयर किए जा रहे हैं.
बीते शुक्रवार की रात लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में यूपी पुलिस के एक कॉन्स्टेबल ने ऐपल कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी थी. इस घटना में विवेक तिवारी की मौत हो गई थी. घटना को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वायर हो रही हैं ये तस्वीरें
शुक्रवार रात लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में घटी घटना के बाद रविवार को सोशल मीडिया पर एक लड़की की हाथ में तख्ती पकड़े तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी. हजारों लोगों ने इस लड़की की तस्वीर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था.
वायरल तस्वीर में लड़की ने जो तख्ती पकड़ी हुई है उस पर यूपी पुलिस के लिए एक संदेश लिखा हुआ है. तख्ती पर लिखा है-
‘पुलिस अंकल, आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे. प्लीज आप गोली मत मारिएगा.’
पुलिस की ओर से भी शेयर हो रहे हैं पोस्टर
सोमवार को सोशल मीडिया पर पुलिस को संबोधित पोस्टर वायरल होने के बाद अब पुलिस की ओर से भी एक तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में एक पुलिसकर्मी अपनी बच्ची के साथ बैठा हुआ है. इस तस्वीर में भी बच्ची ने एक तख्ती पकड़ी हुई है, जिस पर पब्लिक के लिए एक संदेश लिखा हुआ है.
इस तस्वीर में पब्लिक को दिए गए संदेश में लिखा है-
गाड़ी वाले अंकल पापा गाड़ी रोकें तो रोक लेना, प्लीज उन्हें कुचल मत देना.
क्या है लखनऊ गोलीकांड?
बीते शुक्रवार की रात गोमतीनगर इलाके में ऐपल कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी को यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल ने गोली मार दी थी. घटना के मुताबिक, विवेक तिवारी ऐपल आईफोन की लॉन्चिंग इवेंट से लौट रहे थे. उनके साथ उनकी सहकर्मी सना खान भी थी. इसी दौरान गोमतीनगर इलाके में बाइक सवार पुलिस कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी और संदीप ने उन्हें रुकने का इशारा किया. सना का दावा है कि विवेक ने सुनसान इलाके होने की वजह से डर के चलते गाड़ी नहीं रोकी, जब पुलिस वालों ने बाइक गाड़ी के आगे लगा दी तो विवेक ने गाड़ी को साइड से निकालने की कोशिश की, इसीबीच कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने विवेक तिवारी को गोली मार दी.
उधर पुलिस कॉन्स्टेबल का दावा है कि गाड़ी सुनसान इलाके में खड़ी हुई थी. गाड़ी की लाइट्स बंद थीं. गाड़ी संदिग्ध हालत में होने के चलते वह गाड़ी के पास गए, जैसे ही वह पास पहुंचे. कार में चल पड़ी. कॉन्स्टेबल के मुताबिक, उसने जब कार सवार को गाड़ी रोकने और बाहर आने का इशारा किया, तो विवेक ने गाड़ी उसकी बाइक पर चढ़ा दी. कॉन्स्टेबल प्रशांत के मुताबिक, उसने संदिग्ध हालात होने की वजह से कार चालक को डराने के लिए पिस्टल निकाली, जोकि पहले से ही लोड थी. इसी बीच गोली चल गई जो विवेक तिवारी के सिर में जाकर लगी.
हालांकि, इस घटना को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. घटना की जांच के लिए सरकार ने स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम गठित की है.
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