महाराष्ट्र सीएम (Maharashtra CM) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए राज्य में दही हांडी और गणेशोत्सव के सार्वजनिक आयोजनों पर रोक लगाई थी. लेकिन विपक्षी पार्टियों एमएनएस (MNS) और बीजेपी (BJP) ने इसका जमकर विरोध किया. अब उद्धव ठाकरे ने कहा है कि केंद्र सरकार ने ही पत्र लिखकर राज्यों को आयोजनों को रोकने के के लिए कहा था. वो इस चिट्ठी की कॉपी दिखाने को भी तैयार हैं.
महाराष्ट्र में दही हांडी पर जमकर राजनीति
दही हांडी न मनाने की अपील के बावजूद बीते रात से ही एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने 10-20 के गुटों में दही हांडी फोड़ना शुरू कर दिया. दादर, काला चौकी, वरली, घाटकोपर, मुलुंड, मानखुर्द, ठाणे, पनवेल इन इलाकों में राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने दही हांडी फोड़कर सरकार का विरोध जताया.
पुलिस अब हरकत में आ गई है. मुंबई में अब तक कई मामले दर्ज किए जा चुके हैं. तो वही एमएनएस नेता बाला नंदगांवकर और अविनाश जाधव को हिरासत में लिया गया.
बीजेपी विधायक राम कदम ने अपने घाटकोपर स्थित घर मे दही हांडी का आयोजन किया. जिसमे बीजेपी कार्यकर्ताओं बड़ी संख्या में शामिल हुए. लेकिन पुलिस राम कदम के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में लिया गया.
राम कदम का कहना है कि इसी पुलिस बल का इस्तेमाल अगर ठाणे में किया होता तो आज एक महिला अधिकारी पर हुए जानलेवा हमले में उन्हें दो उंगलियां नही गवानी पड़ती. साथ ही कदम ने उद्धव सरकार पर हिन्दू विरोधी होने का आरोप लगाया.
राज ठाकरे ने सरकार पर लगाए आरोप
बता दें कि एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को निशाने पर लिया. राज ठाकरे ने आरोप लगाया है कि सरकार लॉकडाउन के नाम पर हजारों करोड़ों का घपला करने में व्यस्त है. जानबूझकर कोरोना का डर पैदा करके सरकार लोगों का दमन कर रही है.
उन्होंने पूछा कि क्या कोरोना कोई समंदर है जो एक के बाद एक लहरें आ रही हैं. अगर जन आशीवार्द यात्रा और शिवसेना के आंदोलन में कोरोना नहीं होता तो त्योहारों में क्यों होता है. राज ठाकरे ने मांग की है कि सरकार के नियम सभी के लिए समान होने चाहिए.
इसके अलावा राज ने ठाणे में महिला अधिकारी पर हुए हमले पर भी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि,
हमलावर आरोपी को जमानत मिलने के बाद हम उसे डर क्या होता है ये दिखाएंगे. एक अधिकारी की उंगलियां काटने तक इनकी हिम्मत कैसे होती है? क्या महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था है या नहीं?
सीएम उद्धव का जवाब
ठाणे में एक ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के दौरान सीएम उद्धव ने दही हांडी विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी. सीएम उद्धव ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार किसी त्योहार के खिलाफ नहीं बल्कि कोरोना के खिलाफ है. कोरोना कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है. वहीं, केंद्र ने भी इन त्योहारों के दौरान संक्रमण बढ़ने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार से सावधानी बरतने को कहा है.
उद्धव ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि,
"इस संकट की स्थिति में कुछ लोग ऐसे कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं जो लोगों के जीवन को खतरे में डाल दें. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्हें समझना चाहिए कि यह आजादी का आंदोलन नहीं है. यह सार्वजनिक जीवन का सवाल है. हालांकि, कोरोना प्रतिबंध के लिए नियम तोड़कर आंदोलन किया जा रहा है. आंदोलन करना है तो करो कोरोना के खिलाफ करो."
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