(वीडियो एडिटर- अवनीश कुमार)
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) ने 21 सितंबर को लोकसभा में BSP सांसद दानिश अली (Danish Ali) के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. पूरा विपक्ष, बीजेपी सांसद के इस बयान की एकजुटता से निंदा कर रहा है. इस घटना पर BSP सांसद दानिश अली ने क्विंट हिंदी से बातचीत की है, जिसमें उन्होंने सारी घटना की जानकारी दी है. क्विंट हिंदी से बातचीत में उन्होंने कहा कि ऐसी हेट स्पीच पहले बाहर होती थी लेकिन अब यह संसद के अंदर भी हो रही है.
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संसद के विशेष सत्र में चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा हो रही थी. इसी दौरान बीजेपी सांसद ने आप पर अभद्र टिप्पणी की. आखिर, उस वक्त हुआ क्या था?
इस सवाल के जवाब में बीएसपी सांसद दानिश अली ने बताया "रमेश बिधूड़ी जी जब बोल रहे थे तो उन्होंने ऐसे अल्फाज का उपयोग किया, जो पार्लियामेंट्री नहीं थे. वो जो बोल रहे थे वो अल्फाज प्रधानमंत्री के रेफरेंस में थें तो मैंने इसका विरोध किया तो वो उत्तेजित हो गए...
"सारी चीजें कैमरे में रिकॉर्ड हैं. जो हेट स्पीच अब तक सदन से बाहर होती थी, वो बीजेपी के कल्चर में सदन के अंदर हो रही है."
उस समय संसद के कैमरे में रमेश बिधूड़ी दिख रहे थे और उनके पीछे डॉ. हर्षवर्धन और जयशंकर प्रसाद दिख रहे थे. अभद्र भाषा के इस्तेमाल के बाद क्या हुआ?
इसपर उन्होंने कहा कि हर्षवर्धन और जयशंकर प्रसाद जी तो मेज थपथपा रहे थे, हंस रहे थे. उसपर मैंने आपत्ति जताई कि ये क्या हो रहा है? सब रिकॉर्ड पर है.
क्या आपने दोनों सीनियर लीडर (हर्षवर्धन-जयशंकर) से घटना के बारे में बात की? इस सवाल पर दानिश अली ने कहा, "नहीं, मैंने किसी से बात नहीं की क्योंकि मुझे धमकी दी गई थी कि बाहर निकलकर देख लूंगा. इसलिए सदन के स्थगित होते ही मैं जल्दी से गाड़ी से घर आ गया."
कहा जा रहा है कि बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को 'कारण बताओ नोटिस' जारी किया है, इसपर क्या कहेंगे?
इसपर बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा "बीजेपी के सांसद ने लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को शर्मसार किया है. बीएसपी सांसद ने आगे सवाल उठाया कि...
"क्या यही नए भारत की कल्पना लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं? अब सोर्स से खबरें चल रही हैं तो देखना है कि बीजेपी रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई करती है या प्रमोशन करती है, क्योंकि अब तक तो प्रमोशन ही हुए हैं."
पहले कभी कुंवर दानिश को ऐसी घटना का सामने करना पड़ा?
दानिश अली ने इसके जवाब में कहा कि नहीं, मुझे ऐसी घटना का कभी सामना नहीं करना पड़ा. इसलिए, मैं रात भर सो नहीं पाया. मैं टूट गया. ये वो लोकतंत्र नहीं है, जो हमारे पूर्वजों ने सोचा था. ये सुनने के लिए मेरे क्षेत्र की जनता ने लोकसभा में नहीं भेजा है.
क्या आप इस बात के लिए पीएम मोदी से मिलेंगे?
इस पर उन्होंने कहा, "उनके संज्ञान में सबकुछ है. ये किसी व्यक्ति का सवाल नहीं है. ये लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले हर किसी का दिल टूटा है कि पहले सेशन में ही पुराना और नए में सब फर्क दिखाई दे गया."
क्या है पूरा मामला?
लोकसभा में 21 सितंबर की रात करीब 11 बजे चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा हो रही थी, इसी दौरान दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी सदन में बोल रहे थे. इस बीच BSP सांसद दानिश अली ने उनकी बात पर असहमति जताई. इसके बाद रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया.
अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने की वजह से रमेश बिधूड़ी के भाषण का हिस्सा लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया. हालांकि, उनके इस भाषण का क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
दानिश अली ने पत्र लिखकर की जांच की मांग
वहीं, दानिश अली ने स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है.
"मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस मामले की जांच के लिए लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के नियम 227 के तहत विशेषाधिकार समिति को भेजें. चूंकि किसी अनुभवी सदस्य को अनुशासित करने का यही एकमात्र तरीका है, ताकि हमारे देश का माहौल और खराब न हो. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इसकी जांच का आदेश दें."
रमेश बिधूड़ी के बयान पर विपक्ष ने बीजेपी को घेरा
रमेश बिधूड़ी विपक्ष के सांसदों और अन्य नेताओं के निशाने पर आए गए. उमर अबदुल्ला, आप नेता संजय सिंह, बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव, मायावती समेत कई नेताओं ने रमेश बिधूड़ी के बयान की निंदा की और कार्रवाई की मांग की. हालांकि, बाद में राजनाथ सिंह ने रमेश बिधूड़ी की ओर से माफी मांग ली. उन्होंने कहा "यदि सदस्य की टिप्पणी से विपक्ष आहत हुआ है, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं."
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