भारतीय चुनाव आयोग ने कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी नेता दिलीप घोष को कंगना रनौत और ममता बनर्जी पर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिये कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इस नोटिस का जबाब दोनों नेताओं को 29 मार्च तक चुनाव आयोग को देना होगा.
आयोग के अनुसार 25 मार्च को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के एक्स X पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी की लोकसभा प्रत्याशी और एक्ट्रेस कंगना रानौत पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की गयी थी. वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेता दिलीप घोष ने भी एक वीडियो में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए कथित रूप से अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया था.
आरोप है कि अपने एक्स पर सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रानौत पर किए पोस्ट में उनकी तस्वीर के साथ विवादित कैप्शन लिखा था. इसपर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा एवं चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करायी.
चुनाव आयोग ने एक्शन लेते हुए इसे "खराब एवं अशोभनीय बताया" तथा 29 मार्च तक इस पर स्पष्टीकरण की मांग की है. हालांकि इस पोस्ट को अब एक्स से हटा लिया गया है.
सुप्रिया श्रीनेत ने वीडियो जारी कर इस पर स्पष्टीकरण भी दिया है कि यह उनके द्वारा ऐसा नहीं किया गया है. उनका दावा है कि उसके सोशल मीडिया हैंडल्स का लॉग इन डिटेल्स यानी पासवर्ड कई लोगों के पास रहता है और उसी में से किसी ने ऐसा किया है. उन्होंने खुद भी इस पोस्ट की निंदा की है.
वहीं बीजेपी नेता दिलीप घोष के बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित अपमानजनक टिप्पणी का वीडियो भी सोशल मीडिया वायरल हैं. वीडियो में वो कहते सुने जा रहे हैं कि "दीदी जब गोवा जाती हैं तो गोवा की बेटी हो जाती हैं. त्रिपुरा में जाकर वह अपने को त्रिपुरा की बेटी कहती हैं. पहले वो निर्णय तो करें कि कौन उनके पिता हैं"
चुनाव आयोग ने इस बयान को भी महिलाओं के लिए अपमानजनक बताया है एवं बीजेपी नेता दिलीप घोष से भी 29 मार्च तक स्पष्टीकरण मांगा है. बीजेपी ने भी दिलीप घोष के इस बयान की निंदा की और उनसे सफाई की मांग की.
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