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बाजार तोड़ने के विरोध में तेजस्वी का धरना, बोले-CM को गरीब से नफरत

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पटना पहुंचते ही सड़क पर उतर गए.

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राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पटना पहुंचते ही सड़क पर उतर गए. तेजस्वी अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत पटना रेलवे स्टेशन के समीप बने दूध मार्केट को तोड़े जाने के विरोध में बुधवार रात धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक इन दूध बेचने वालों को न्याय नहीं मिल जाता, वह धरना से नहीं उठेंगे.

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भारी बारिश के बावजूद ढाई घंटे से घटनास्थल पर हूं लेकिन कोई भी वरिष्ठ अधिकारी यहां मार्केट तोड़ने के आदेश की कॉपी लेकर नहीं आया है. सभी बड़े अधिकारियों ने फोन बंद कर लिए हैं. परसों जन्माष्टमी है लेकिन आज ही भगवान श्रीकृष्ण मंदिर को तोड़ दिया. कायर सरकार छुप क्यों रही है?
तेजस्वी यादव

पुलिस का क्या कहना है?

पुलिस के मुताबिक, पटना में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के पांचवें दिन बुधवार को पटना जंक्शन के पास बने दूध बाजार को तोड़ दिया गया. इस दौरान दूध बेचने वालों ने इसका विरोध किया और जमकर हंगामा किया गया. अतिक्रमण ध्वस्त किए जाने के बाद मौके पर पहुंचे पटना के आयुक्त आनंद किशोर ने बताया कि अतिक्रमण मुक्त हुए दूध बाजार की जगह 'स्मार्ट पार्किंग जोन' बनेगा. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इसे विकसित किया जाएगा.

धरने पर बैठे तेजस्वी यादव

इस बीच, बुधवार रात तेजस्वी दूध बाजार पहुंचे और अपने समर्थकों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए. तेजस्वी ने कहा कि यहां 10 हजार दूध विक्रेताओं के रोजगार को छीन लिया गया. उन्होंने कहा कि इन दूध विक्रेताओं को सरकार सड़क पर ले आई. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री को गरीबों से नफरत है.

CM को गरीबों से नफरत है. उन्हें पीड़ा है कि किसानों के बेटे पटना की मुख्य मार्केट में दुग्ध और मछली क्यों बेचते है? तत्कालीन CM जी ने गरीबों के लिए दुग्ध और मछली मार्केट को बनवाया था ये नीतीश जी को कैसे हजम होता इसलिए बिना वैकल्पिक व्यवस्था के इसे तुड़वा रहे हैं.
तेजस्वी यादव

तेजस्वी ने कहा कि इस सरकारी जमीन पर बिहार सरकार ने दूध बेचने वालों के लिए बाजार बनाया था. उन्होंने आारोप लगाया कि बिहार सरकार केवल अमीरों की बात सुन रही है. उन्होंने कहा कि जब तक इन्हें न्याय नहीं मिलता, वह धरना से नहीं उठेंगे. उन्होंने दूध विक्रेताओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की.

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