बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को पत्रकारों द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गए सवाल पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि बिहार अपराध के मामले में देश में 23वें नंबर पर है, जो अपराध करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से पकड़ा जाता है.
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को ही नसीहत देते हुए कहा कि पहले क्या होता था, उसे भी याद कर लीजिए. उन्होंने आरजेडी को निशाने पर लेते हुए कहा कि साल 2005 के पहले पति-पत्नी के राज में काफी हिंसा और अपराध होते थे, उस पर भी ध्यान दीजिए.
पटना में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘’इंडिगो स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या मामले में दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा. एक-एक चीज की जांच चल रही है. मुझे पुलिस पर पूरा भरोसा है.’’
उन्होंने कहा कि हत्या के पीछे कोई न कोई कारण होता है, पुलिस उसी की जांच कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद पुलिस महानिदेशक से इस मामले में बात की है और उन्होंने बताया है कि पुलिस अपराधियों की धरपकड़ में जुटी हुई है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा.
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘’अगर आप में से किसी को भी थोड़ी बहुत कुछ भी जानकारी है, वो पुलिस के साथ जरूर शेयर करें ताकि इस मामले का खुलासा जल्द से जल्द हो सके.’’
बता दें कि पटना में इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की मंगलवार की रात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं.
तेजस्वी यादव ने नीतीश को निशाने पर लिया
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस मामले पर ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी ने कहा है, ''दुर्भाग्यपूर्ण ब्रेकिंग न्यूज. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाथ उठा अपराधियों के सामने किया सरेंडर. कहा, “कोई नहीं रोक सकता अपराध!” हड़प्पा काल में भी होते थे अपराध. जरा तुलना कर लीजिए.''
इसके साथ ही तेजस्वी ने कहा है कि ''नीतीश उल्टा पत्रकारों से पूछ रहे हैं कि क्या आपको पता है कि कौन हैं अपराधी और वो क्यों करते हैं अपराध?''
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