ADVERTISEMENTREMOVE AD

जब लाडो घोड़ी पर हुई सवार, शान से निकाली बारात...

ये हैरान कर देने वाला मामला उस जगह का है जहां महिलाओं को लेकर रूढ़िवादी सोच आज भी कायम है

Published
राज्य
1 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female
ADVERTISEMENTREMOVE AD

बचपन से लोग यही देखते आए हैं कि शादी के वक्त दुल्हा घोड़ी पर सवार होकर बारात लेकर शादी करने आता है. लेकिन राजस्थान के झुंझुनूं ,नवलगढ़ में इस परंपरा को तोड़ते हुए एक दुल्हन खुद घोड़ी पर चढ़ी और धूमधाम से बारात लेकर पहुंची.

0

ये हैरान कर देने वाला मामला उस जगह का है, जहां महिलाओं को लेकर रूढ़िवादी सोच आज भी कायम है.राजस्थान की इस महिला ने उस रूढ़िवादी सोच और सदियों से चली आ रही परंपरा को तोड़ते हुए समाज में भेदभाव के एजेंडे के खिलाफ एक नई मिसाल कायम की है.

लड़की की सोच ने बदला लोगों का नजरिया

घोड़ी पर बैठकर बारात ले जाने की वजह जब लड़की से पूछी गई, तो लड़की का कहना था कि ये कदम लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव खत्म करने के लिए उठाया गया है. लड़कियों को किसी भी चीज में कमतर नहीं आंकना चाहिए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बारात में घोड़ी पर सवार लड़की को देखकर हर किसी को अचंभा जरूर हो रहा था, लेकिन एक तरफ लड़कियों के लिए एक नई सोच बन रही थी, दूसरी ओर उन्हें लेकर एक नया नजरिया उनके आने वाले कल को संवारने की तैयारी में जुट गया था.

इस बीच लोग टकटकी लगाए दूल्‍हे को तलाश रहे थे, लेकिन दूल्‍हा अपनी दुल्हन के फैसले का सम्मान करते हुए बारात लेकर सीधे वरमाला स्टेज पहुंचा. उन्होंने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और एक साथ जीने-मरने की कसमें खाईं.

इस देश में महिलाओं की स्थिति और उनके साथ किये जाने वाले व्यवहार में सुधार लाना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसे में इस लड़की के इस कदम ने ये साबित कर दिया है कि लड़कियां किसी से कम नहीं हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×