उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं (Budaun) जिले में 22 फरवरी को प्रधानी की रंजिश को लेकर दो पक्षों में जमकर फायरिंग हुई. जिसमें गोली लगने से 3 लोगों की मौत हो गई, पुलिस ने तीनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं और मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.
यह है पूरा मामला
यह मामला जरीफनगर थाना क्षेत्र के भगता नगला गांव का है. यहां के रहने वाले दो पक्षों में पिछले काफी समय से प्रधानी की रंजिश को लेकर विवाद चल रहा था. जिसके चलते दोनों पक्षों में जमकर फायरिंग हुई. गांव के रहने वाले जयप्रकाश सत्येंद्र और जगदीश की मौत हो गई. इस मामले में गांव के ही रमेश पाल पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की पड़ताल शुरू कर दी है. इन तीन हत्याओं की वजह से गांव में कई थानों की पुलिस फोर्स भी तैनात है.
इस मामले में एसएससी डॉक्टर ओपी सिंह का कहना है कि, "घटना की जांच कराई जा रही है घटना के पीछे ग्राम प्रधान की रंजिश बताई जा रही है फिलहाल, तीनों शवों के पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की कार्रवाई जांच के आधार पर की जाएगी."
एसएससी डॉक्टर ओपी सिंह का कहना है कि, शुरुआती जांच में चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इस विवाद में छह लोग घायल हुए थे जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है बाकी का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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