मुंबई (Mumbai) में 06 जनवरी को कोरोना (Corona) के 20,181 नए मामले सामने आए हैं. यह कल की तुलना में लगभग 25% ज्यादा मामले हैं. हालांकि बीएमसी (BMC) के हेल्थ बुलेटन के अनुसार इनमें से 85 प्रतिशत मामले बिना लक्षण वाले हैं. मुंबई में 5 जनवरी को कोरोना के 15 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे.
मुंबई में बने लॉकडाउन के हालात
ताजा मामलों में से 85 फीसदी में कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं. मुंबई में आज कोविड के 1,170 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं और 106 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं.
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने मंगलवार 04 जनवरी को कहा कि अगर यहां दैनिक कोविड -19 मामले 20,000 का आंकड़ा पार करते हैं, तो केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार शहर में लॉकडाउन लगाया जायेगा.
मुंबई में पहले से ही कुछ पाबंदिया जारी हैं. जैसे राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज 15 फरवरी तक बंद कर दिए गए हैं और वहां परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी.
मुंबई की मेयर ने कहा था कि वह कोरोना के मामलों की सुनामी के लिए तैयार हैं.
शहर में संक्रमण में अचानक बढ़ोत्तरी के बारे में पूछे जाने पर मुंबई की मेयर ने जोर देकर कहा था "हमने डब्ल्यूएचओ (WHO) के दिशानिर्देशों का पालन किया है. हमारे पास जंबो क्वारंटाइन सेंटर तैयार हैं. जबकि शहर और महाराष्ट्र में वायरस को फैलने से रोकने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे लेकिन यहां तक कि अगर सुनामी आती है तो हमें तैयार रहना है."
मंगलवार रात जारी ताजा दिशा-निर्देशों के अनुसार मुंबई पहुंचने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट अवश्य ही कराना होगा.
मुंबई में लॉक डाउन को लेकर मेयर किशोरी पेडनेकर ने कोई नयी जानकारी नहीं साझा की है. अब मुंबई में दैनिक मामले 20 हजार के पार हो गए है तो क्या लॉक डाउन लगेगा, इसको लेकर फिलहाल अभी किसी तरह का कोई फैसला नहीं हुआ है.
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